Indore Cyber Fraud: मेवात के साइबर ठगों ने इंदौर के व्यक्ति को लगाया 96 हजार का चूना, दो आरोपी गिरफ्तार
Indore Fraud Case: क्राइम ब्रांच ने साइबर फ्रॉड करने वाले दो ठगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने ठगों को राजस्थान के मेवात से गिरफ्तार किया है. पूछताछ में आरोपियों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.
Indore News Today: इंदौर क्राइम ब्रांच ने ऑनलाइन धोखाधड़ी के आरोप राजस्थान के मेवात साइबर गैंग के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है. यह लोग खुद को पीड़ितों का रिश्तेदार बताकर उन्हें फर्जी डिटेल्स दिखाकर पैसे ऐंठते थे. आरोपी पीड़ितों से कहते थे कि उन्होंने गलती से राशि खाते में ट्रांसफर कर दी है. इसके अलावा आरोपी विज्ञापन देकर भी लोगों को फंसाते थे.
इस मामले में इंदौर के विजय नगर इलाके के एक पीड़ित ने क्राइम ब्रांच के साइबर हेल्पलाइन नंबर 7049124445 पर शिकायत दर्ज कराई थी. पीड़ित ने बताया कि उसके पास एक व्यक्ति का फोन आया था, जिसने खुद को उसका रिश्तेदार बताया था. कॉल पर आरोपियों ने बताया कि उसने गलती से शिकायतकर्ता के खाते में 96 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए हैं.
इंदौर के व्यक्ति से 96 हजार की ठगी
यह राशि किसी अन्य व्यक्ति को ट्रांसफर की जानी थी. आरोपियों ने पीड़ित के पास एसएमएस के जरिये फर्जी ट्रांजेक्शन डिटेल्स भी भेजे. ट्रांजेक्शन डिटेल देखकर शिकायतकर्ता ने उसे 96 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए. बाद में उसे पता चला कि उसके साथ ठगी हुई है क्योंकि उसे किसी भी नंबर से पैसे नहीं मिले. इसके बाद उसने साइबर हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज कराई.
ठगों को पकड़ने गई पुलिस पर किया हमला
इस शिकायत पर विजय नगर पुलिस ने अज्ञात कॉलर के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दिया. जांच के दौरान क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने शिकायतकर्ता से ट्रांजेक्शन और बैंकिंग डिटेल के आधार पर जांच आगे बढ़ाया. जांच के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि आरोपी राजस्थान के हैं.
क्राइम ब्रांच की टीम विजय नगर पुलिस के साथ राजस्थान गई. राजस्थान के डीग जिले के रहने वाले रईस खान और अली शेर नाम के दो ठगों को गिरफ्तार किया. इस दौरान कुछ महिला समेत लोगों ने पुलिस टीम पर हमला करने की कोशिश की. पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह सैकड़ों लोगों को फोन करते थे, इस दौरान चार से पांच लोगों को ठगी की वारदात को अंजाम देते थे.
पुराना सिक्का बेचने के नाम पर करते थे ठगी
दोनों ठगों ने पुलिस को बताया कि वह अब सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुके हैं. इसके अलावा आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उनका गिरोह लाखों रुपये में पुराने सिक्के खरीदने की फर्जी पोस्ट शेयर करता था, जब लोग सिक्के बेचने के लिए उनसे संपर्क करते थे तो वे खुद को पुलिस अधिकारी बताकर धमकाते थे.
इस दौरान सिक्का बेचने वालों को बताते थे कि पुराना सिक्के बेचना अपराध है. इसके जरिये आरोपियों ने कई लोगों को ठगा भी है, जो उनसे पुराने सिक्के बेचने के लिए संपर्क करते थे. पुलिस आरोपियों से आगे की पूछताछ में जुटी है.
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