Ayushman Bharat Yojana: आयुष्मान कार्ड के बावजूद मरीजों से वसूली की शिकायतें आए दिन सामने आ रही हैं. मध्य प्रदेश के उज्जैन में ऐसा ही एक मामला आने के बाद अस्पताल का लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया गया है. साथ ही अस्पताल के संचालन संबंधी सभी गतिविधियों को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया गया है. मध्य प्रदेश में यह पहली बड़ी कार्रवाई है जब आयुष्मान कार्डधारी मरीज से पैसे लेने पर अस्पताल बंद करवा दिया गया है.
उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि छपरा के मार्ग माधव नगर थाने के सामने मेवाड़ ऑर्थोपेडिक अस्पताल प्राइवेट लिमिटेड संचालित हो रहा था. यहां पर गड़बड़ी की कई शिकायतें प्राप्त हो रही थीं. उन्होंने बताया कि 15 नवंबर को अस्पताल में सुमन नाम की महिला से अनाधिकृत रूप से 3,000 रुपये लिए गए. जबकि मरीज आयुष्मान योजना के तहत मुफ्त इलाज की पात्र थी. इस बात की शिकायत मिलने के बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को जांच सौंपी गई.
शिकायत सही मिलने पर अस्पताल बंद करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं. इसके अलावा, उक्त मामले की सूचना लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तक भेज दी गई है. यह पहला मौका है जब आयुष्मान कार्ड धारक पैसा वसूली करने के मामले में आरोप सिद्ध होने पर अस्पताल बंद करवा दिया गया हो.
जांच में चौंकाने वाला खुलासा
उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि जांच के दौरान अस्पताल में फायर का अस्थाई प्रमाण पत्र नहीं पाया गया. इसके अलावा बिल्डिंग का कंपलीशन सर्टिफिकेट भी उपलब्ध नहीं हुआ. इतना ही नहीं, अस्पताल में पानी के लिए वॉटर कूलर नहीं था. लिफ्ट का सर्टिफिकेट भी नहीं मिला. अस्पताल के पास गंदगी और प्रदूषण नियंत्रण विभाग द्वारा दी जाने वाली एनओसी भी नहीं है. अस्पताल में ओटी रजिस्टर पर सर्जन के सिग्नेचर नहीं थे. इलाज के लिए मरीजों से ली जाने वाली शुल्क सूची भी अस्पताल में कहीं अंकित दिखाई नहीं दी. इन लापरवाही को लेकर भी अस्पताल पर कार्रवाई हुई है.
क्या है आयुष्मान योजना
केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी आयुष्मान योजना निर्धन और कमजोर आय वर्ग के लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण योजना है. इसके तहत बीमार होने पर निजी और सरकारी अस्पताल में आयुष्मान कार्ड के जरिए 5 लाख रुपया तक का इलाज मुफ्त में किया जाता है. इस योजना का लाभ बड़ी संख्या में लोग उठा रहे हैं. उज्जैन जिले में ही लगभग 56000 लोगों ने योजना का लाभ उठाया है, लेकिन कई बार प्राइवेट अस्पताल संचालकों पर स्वार्थ की पूर्ति के लिए नियम विरुद्ध पैसे ले जाने के आरोप भी सामने आ चुके हैं.
यह भी पढ़ें: MP News: राहुल गांधी बोले- ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को मध्य प्रदेश में जबरदस्त समर्थन मिला, शिवराज सरकार पर साधा निशाना