MP News: महाशिवरात्रि पर दलितों को मंदिर में घुसने से रोका, मारपीट और हंगामे का वीडियो वायरल
Mahashivaratri 2023: जब दलित मंदिर में अभिषेक करने पहुंचे तो उनके साथ बुरा बर्ताव किया गया, पुजारी ने उन्हें मंदिर में पूजा नहीं करने दी. मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस ने जाकर मामला शांत कराया.
MP News: महाशिवरात्रि (Mahashivaratri) पर देशभर के मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहा लेकिन इसी दौरान मध्य प्रदेश के खंडवा (Khandwa) और खरगोन (Khargone) जिले के अलग-अलग गांवों से दलितों को मंदिर में पूजा करने से रोकने की शिकायत मिली जिनके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. वायरल वीडियो खरगोन के सनावद और कसरावद के बताए जा रहे हैं, वहीं खंडवा के हरसूद से भी इसी तरह के वीडियो वायरल हुए हैं. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाकर मामला शांत कराया.
मंदिर के पुजारी ने दलित को नहीं करने दी पूजा
मिली जानकारी के अनुसार खरगोन के कसरावद में महाशिवरात्रि पर मंदिरों में पूजा करने के गए दलितों के साथ मारपीट हुई है. खरगोन के सनावद में भी दलितों के साथ बुरा बर्ताव किया गया है. वहीं, जानकारी के अनुसार खंडवा के हरसूद में जलाभिषेक करने गए दलितों को मंदिर में आने नहीं दिया गया. मामला हरसूद विधानसभा क्षेत्र के गांव बैलवाड़ी का है. गांव में दलित पक्ष के प्रशांत पाचोले का कहना है कि शनिवार सुबह कोटवार हुकुमचंद का बेटा शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के लिए मंदिर पहुंचा, यहां पुजारी जगराम पंवार ने उसे मंदिर के अंदर जाने से रोक दिया. कहा- तुमको भीतर के बजाय बाहर से पूजा करनी चाहिए.
यह कहकर पुजारी ने सुमेश को मंदिर से बाहर कर दिया. सुमेश भी बाहर से ही पूजा करके लौट गया. इसके बाद दलित समाज की कुछ लड़कियां भी मंदिर पहुंचीं, तो उन्हें भी बाहर रोक दिया गया. ये लड़कियां रोते हुए घर पहुंची और अपने परिवार को सारी बात बताई. लड़कियों ने जिद कर दी की वो मंदिर में जाकर ही पूजा करेंगी. प्रशांत के मुताबिक इसके बाद दलित समाज के सभी लोग इकट्ठा होकर मंदिर पहुंच गए.
पुलिस ने शांत कराया मामला
मामले के तूल पकड़ने के बाद डायल 100 को सूचना देकर पुलिस को बुलाया गया. हरसूद टीआई अंतिम पंवार भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. टीआई अंतिम पंवार ने बताया कि डायल 100 को सूचना मिली थी कि बैलवाड़ी में एक मंदिर में कुछ लोगों को जलाभिषेक करने से रोका जा रहा है. मौके पर पुलिस पहुंची ने दोनों पक्षों को समझाइश दी जिसके बाद मामला शांत हो गया. पुलिस ने कहा कि फ़िलहाल किसी भी पक्ष ने शिकायत नहीं की है, अगर शिकायत होती है तो कार्यवाही की जाएगी.
बच्चे के मुंह से खून निकलने का वीडियो आया सामने
इसी तरह खरगोन का जो वीडियो जो वायरल हो रहा है उसमें एक बच्चे के मुंह से खून निकलता दिखाई दे रहा है. बताया जा रहा है कि यहां ऊंची जाती वाले नहीं चाहते थे कि दलित मंदिर में आकर पूजा करें. जब वो अभिषेक के लिए गए तो उनके साथ मारपीट हुई, दलित महिलाओं के साथ बुरा बर्ताव किया गया. वहीं वायरल वीडियो के बाद दलित समाज ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है.
दलित समाज की लड़ाई लड़ने वाले अखिल भारतीय बलाई महासंघ के अध्यक्ष मनोज परमार ने कहा कि निमाड़ के हर चौथे गांव में इस तरह का माहौल है. उन्होंने कहा कि अकसर दलितों को पूजा-पाठ और मंदिर जाने से रोका जाता है. ऐसा करने वाले आरोपियों पर कार्यवाही नहीं की गई तो समाज बड़ा आंदोलन करेगा. वहीं खंडवा, खरगोन के मामले में अभी कही भी कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई है. पुलिस अधिकारी भी ज्यादा कुछ कहने से बच रहे हैं. वहीं पुलिस शिकायत होने पर कार्यवाही की बात कर रही है.
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