(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
उज्जैन में मेडिकल कॉलेज के भूमि पूजन से पहले मंगलनाथ मंदिर पहुंचे डिप्टी CM राजेंद्र शुक्ला, जानें महत्व
MP News: एमपी के उज्जैन में आज 592 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले मेडिकल कॉलेज का भूमि पूजन किया जाएगा. इसमें सीएम मोहन यादव समेत प्रदेश के कई मंत्री भाग लेंगे.
MP Latest News: मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने मेडिकल कॉलेज के भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने के पहले भूमिपुत्र मंगलनाथ की पूजा अर्चना की. बता दें कि मंगलनाथ की पूजा अर्चना करने से मंगल दोष का निवारण होता है. धार्मिक नगरी उज्जैन में 592 करोड़ रुपए की लागत से मेडिकल कॉलेज और प्रदेश की पहली मेडिसिटी बनने वाली है.
भूमि पूजन करने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित प्रदेश के कई मंत्री उज्जैन पहुंच रहे हैं. प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने उज्जैन पहुंचकर धार्मिक स्थलों पर पूजा अर्चना की. उन्होंने मंगलनाथ मंदिर में पहुंचकर भगवान मंगलनाथ का भात पूजन किया.
मंगलनाथ की पूजा से मंगल दोष का निवारण
मंगलनाथ मंदिर के पुजारी पंडित दीपेश गुरु ने बताया कि मंगलनाथ की पूजा अर्चना से मंगल दोष का निवारण होता है. इसके अलावा भारत पूजा करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है. मंगलनाथ मंदिर भगवान मंगल का जन्म स्थान है. यहां पर पूजा करने से सभी प्रकार के मांगलिक दोष दूर हो जाते हैं. उप-मुख्यमंत्री पहले भी भगवान महाकाल के साथ-साथ मंगलनाथ का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंच चुके हैं.
भूमि पूजन के पहले भूमिपुत्र की आराधना लाभप्रद
उज्जैन के ज्योतिष आचार्य पंडित अमर डिब्बे वाला के मुताबिक किसी भी मंगल कार्य को करने से पहले भगवान मंगलनाथ का आशीर्वाद लेना लाभदायक होता है. भगवान मंगलनाथ भूमि पुत्र हैं इसलिए भूमि पूजन के पहले उनकी पूजा अर्चना लाभ प्रदान करती है. मंगलनाथ के दर्शन करने मात्र से राशि में होने वाला मंगल दोष दूर हो जाता है.
पहली मेडिसिटी का भूमिपूजन
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक और ऐतिहासिक कदम, पवित्र नगरी उज्जैन में आज मेडिकल कॉलेज और प्रदेश की पहली मेडिसिटी का भूमिपूजन करूंगा. इसके साथ ही पीटीआई से बातचीत के दौरान सीएम यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेडिसिटी की परिकल्पना की थी. आज वह परिकल्पना प्रदेश के उज्जैन में साकार रूप ले रही है. चिकित्सा सुविधा के विस्तार में मध्य प्रदेश देश में अग्रणी राज्यों में शामिल हुआ है. आज प्रदेश में 17 शासकीय मेडिकल कॉलेज संचालित हैं तथा 8 निर्माणाधीन हैं.
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