MP News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने रविवार को कहा कि अधिकतर विपक्षी दलों ने रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (आरवीएम) पर निर्वाचन आयोग के प्रस्ताव का विरोध करने का फैसला किया है क्योंकि यह अधूरा है और पूर्ण नहीं है. उन्होंने विपक्षी दलों की एक बैठक के बाद यह टिप्पणी की, जिसमें कांग्रेस, जनता दल (यूनाइटेड), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), नेशनल कॉन्फ्रेंस, झारखंड मुक्ति मोर्चा सहित अन्य दलों के नेताओं ने भाग लिया.
आरवीएम के प्रस्ताव में भारी विसंगतियां
सिंह ने कहा कि रिमोट वोटिंग मशीन के प्रस्ताव में भारी राजनीतिक विसंगतियां हैं, जिनमें प्रवासी मजदूरों की परिभाषा जैसी चीजें स्पष्ट नहीं हैं. यह बैठक निर्वाचन आयोग द्वारा राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को प्रवासी मतदाताओं के लिए रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (आरवीएम) प्रोटोटाइप दिखाने के एक दिन पहले हुई है.
सोमवार को होगी आरवीएम के प्रोटोटाइप पर बैठक
बता दें कि चुनाव आयोग ने आठ मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय दलों और 57 मान्यता प्राप्त राज्यस्तरीय दलों को सोमवार सुबह आरवीएम के प्रोटोटाइप के एक प्रदर्शन के लिए आमंत्रित किया है. बता दें कि चुनाव आयोग ने प्रवासियों को उनकी रिहाइश वाली जगहों पर मतदान करने का विकल्प देने के लिए रिमोट इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (आरवीएम) का प्रस्ताव दिया है. हालांकि अधिकतर विपक्षी दलों ने इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज करते हुए इसका विरोध करने का फैसला किया है.
16 विपक्षी दलों की हुई बैठक
दरअसल चुनाव आयोग ने प्रस्ताव दिया है कि रोजगार के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने वाले लोगों को आरवीएम के माध्यम से वहीं से मतदान करने का विकल्प दिया जाए, लेकिन कांग्रेस पार्टी इसका विरोध कर रही है. इसी मुद्दे पर रविवार को कांस्टीट्यूशन क्लब में 16 विपक्षी दलों की बैठक हुई ताकि सोमवार को होने वाली चुनाव आयोग की बैठक में इसका विरोध किया जा सके.
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