चारधाम यात्रा पर एमपी के तीन श्रद्धालुओं की मौत, परिजन ने यमुनोत्री में किया अंतिम संस्कार
Char Dham Pilgrimage: चारधाम यात्रा के दौरान मध्य प्रदेश से तीन श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई है. बीना के पुजारी रामगोपाल रावत की केदारनाथ जाते समय मौत हो गई.
Person Died in Char Dham Yatra: इन दिनों चारधाम यात्रा का सिलसिला जारी है. मध्य प्रदेश से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर गए हैं. धार्मिक यात्रा के दौरान मप्र के तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. इनमें बीना के पुजारी रामगोपाल रावत, नीमच की संपत्ति बाई धाकड़ और इंदौर के रामप्रसाद रावत शामिल हैं. परिजन ने यमुनोत्री में दाह संस्कार किया है.
पुजारी रामगोपाल रावत सागर के बीना के रहने वाले हैं. वे 6 मई को 32 लोगों के जत्थे के साथ चारधाम की यात्रा पर गए थे. उनके साथ उनकी पत्नी जानकी रावत, चचेरे भाई शीतल प्रसाद रावत भी साथ थे. जत्थे में शामिल सभी लोगों ने चार दिन की यात्रा पूरी कर ली थी. 10 मई को केदारनाथ जाते समय रास्ते में गढ़वात पर्वती पर रामगोपाल रावत की तबीयत बिगड़ी और उनका निधन हो गया.
यमुनोत्री में किया दाह संस्कार
मृतक रामगोपाल रावत के पुत्र भूषण रावत के अनुसार यमुनोत्री से शव बीना लाने में 30 घंटे से अधिक समय लगता. पुलिस व प्रशासनिक अफसरों ने यमुनोत्री में ही अंतिम संस्कार की सलाह दी, जिसके बाद यमुनोत्री में ही दाह संस्कार किया. प्रयागराज में अस्थि विसर्जन किए गए. बेटे भूषण रावत के अनुसार पिता रामगोपाल रावत बीना में स्टेशन के पास मंदिर में पुजारी थी. वे हर साल 10 से 12 दिन की धार्मिक यात्रा पर जाते थे. अब भी वे रजिस्ट्रेशन कराकर धार्मिक यात्रा पर गए थे. लेकिन भगवान बद्रीनाथ की इच्छा कुछ और थी.
इस घटना की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने शोक व्यक्त करते हुए चार लाख रुपये की राशि स्वीकृत की. एसडीएम देवेंद्र प्रताप सिंह ने मृतक के पुत्र प्रेम नारायण शास्त्री से बात की और पूरे मामले की जानकारी ली.
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