MP Assembly Election 2023: विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी घोषणा पत्र जारी करने से पहले जनता के बीच जाने वाली है. बीजेपी ने जनता से ही सुझाव लेगी कि कौन सी बातें घोषणा पत्र में शामिल की जाएगी. इधर बीजेपी के इस प्रयास पर पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीस चीफ कमलनाथ ने तंज कसा है. कमलनाथ ने कहा कि जनता सुझाव के बदलेगी पूछेगी कि जनता द्वारा चुनी गई कांग्रेस की सरकार क्यों गिराई. पीसीसी चीफ कमलनाथ ने ट्वीट कर बीजेपी पर ये तंज कसा है. 


प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा, "सुना है बीजेपी अपने घोषणापत्र के लिए विधानसभाओं में सुझाव पेटी लेकर जा रही है. जनता सुझाव देने की जगह बीजेपी से ये सवाल पूछेगी कि सौदेबाजी कर आपने जनता की चुनी सरकार को क्यों गिराया. मतलब हमारी चुनी हुई सरकार को क्यों गिराया और ये भी कि कितने में गिराया और खर्चा किया हुआ पैसा फिर कहां-कहां से कमाया." 


कमलनाथ ने नौ सुझावों को लिस्ट जारी की और कहा, "जनता बीजेपी को ये नौ सुझाव देगी. देश को और न बांटें, नफारत और डर फैलाने का एजेंडा बंद करें, महिलाओं का अब और अपमान न करें, नौकरी.परीक्षा के घोटालों से जन्मी बेरोजगारी से युवाओं को बचाएं, गरीबों, किसानों, मजदूरों का शोषण रोकें, काम-कारोबार व विकास को भ्रष्ट नीतियों से न मारें, आदिवासियों-दलितों का उत्पीड़न-शोषण न करें, मुनाफाखोरों से कमीशन खाकर महंगाई न बढ़ाएं, मध्य प्रदेश को भाजपाई भ्रष्टाचार का मॉडल न बनाएं."


'अब जनता का बीजेपी पर विश्वास नहीं'
पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि आज जब जनता का बीजेपी पर ही विश्वास नहीं रहा है तो उसके घोषणापत्र पर क्या होगा. बीजेपी को सुझाव पेटी की जगह जनता की समस्याओं के समाधान के लिए सुलझाव पेटी लानी चाहिए, लेकिन बीजेपी ऐसा नहीं करेगी क्योंकि लोगों को फालतू के मुद्दों में उलझाये रखने, गुमराह करने में ही वो अपनी राजनीतिक सफलता मानती है.


'घोषणा पत्र जुमलों का झुनझुना'
पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भारतीय जनता पार्टी के घोषणा पत्र को जुमलों और झुनझुना भरा साबित बताया. कमलनाथ ने कहा, "बीजेपी याद रखे, न काठ की हांडी बार-बार चढ़ती है, न भेड़िया आया, भेड़िया आया की कहानी हर बार चलती है. बीजेपी का घोषणापत्र हर बार जुमलों का झुनझुना साबित होता है."


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