Amit Shah in MP: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने शनिवार को छिंदवाड़ा में कहा कि, मध्य प्रदेश आने वाले महीनों में तीन बार दिवाली त्योहार मनाने के लिए तैयार है. छिंदवाड़ा में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि, अगले महीने आप पहली दिवाली मनाएंगे. दूसरी बार आप दिवाली तब मनाएंगे जब बीजेपी मध्य प्रदेश में सरकार बनाएगी. तीसरी बार आप फिर से दिवाली मनाएंगे जब पीएम मोदी अयोध्या के राम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति स्थापित करेंगे.
यह बताते हुए कि कांग्रेस ने हमेशा राम मंदिर के निर्माण में बाधा डाली, अमित शाह ने कहा कि, जब नरेंद्र मोदी 2019 में प्रधान मंत्री बने, तो वह चुपचाप भूमि पूजन के लिए चले गए और अब वह जनवरी में फिर से राम मंदिर का दौरा करेंगे. कांग्रेस हमेशा तारीखों के ऐलान के बारे में पूछती रही. मैं राहुल गांधी को जल्द ही अयोध्या जाने की सलाह देता हूं. दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 27 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक मध्य प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर हैं.
शाह ने खजुराहो में की बैठक
अमित शाह ने दौरे के दूसरे दिन सागर क्षेत्र के खजुराहो में एक बैठक में भाग लिया और अधिकारियों के साथ चुनाव पर चर्चा की. यहां 26 विधानसभा क्षेत्रों के पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे. इसके बाद वह रीवा और शहडोल क्षेत्र में बैठकें करेंगे. इस क्षेत्र में कुल 30 विधानसभा सीटें हैं. शहडोल में बैठक के बाद शाह उज्जैन पहुंचेंगे, महाकाल मंदिर में दर्शन करेंगे और फिर एक रोड शो में हिस्सा लेंगे.
कल इंदौर में करेंगे बैठक
वहीं 30 अक्टूबर को वह इंदौर क्षेत्र की 37 विधानसभा सीटों के पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में हिस्सा लेंगे. इंदौर दौरे के बाद गृह मंत्री सीधे ग्वालियर जाएंगे, जहां वह चंबल क्षेत्र में एक बैठक में भाग लेंगे. इस क्षेत्र में कुल 34 विधानसभा सीटें हैं. मध्य प्रदेश उन पांच राज्यों में से एक है जहां इस साल चुनाव होने हैं. बता दें कि, राज्य में 17 नवंबर को मतदान होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी.
क्या थे 2018 के आंकड़ें
पिछले 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 40.89 फीसदी वोट शेयर के साथ 114 सीटें जीती थीं, जबकि बीजेपी दूसरे नंबर पर रही थी और 109 सीटें जीतने में कामयाब रही थी. उसका वोट शेयर 41.02 फीसदी था. कमल नाथ के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही कांग्रेस सत्ता में आ गई, लेकिन 2020 में 22 वफादार विधायकों के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में शामिल हो गए. इसके बाद बीजेपी ने मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान के साथ सरकार बनाई.