MP Assembly Election: नए साल के साथ शुरू हुई विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती, नारों के जरिए मैदान में BJP और कांग्रेस
MP Assembly Election 2023: मध्यप्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव की जोर आजमाइश शुरू हो गई है. कांग्रेस और बीजेपी नारों के साथ चुनाव में जीत का लक्ष्य तय किया है.
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MP Politics: नए साल का आगाज होते ही मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election) की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. चुनावी संग्राम में जोर आजमाइश करने वाले दोनों ही प्रमुख दल बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) ने अपने-अपने दावे पेश करना शुरू कर दिए हैं. बीजेपी ने 200 पार का नारा दिया है, वहीं कांग्रेस ने 150 पार का नारा दिया है.
कांग्रेस ने कमलनाथ (Kamal Nath) का चेहरा आगे कर साफ कर दिया है कि पार्टी 2023 का विधानसभा चुनाव पूर्व मुख्यमंत्री के नेतृत्व में लड़ेगी. कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि कांग्रेस 230 विधानसभा सीटों में से 150 पर जीत हासिल करेगी. विधानसभा चुनाव में जीत के लिए कांग्रेस ने डेढ़ सौ पार का नारा दिया है. बीजेपी ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए अबकी बार 200 पार का नारा दे दिया है.
दोनों ही राजनीतिक दलों ने चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं. बीजेपी की ओर से विधानसभा चुनाव का नेतृत्व फिलहाल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ही संभाल रहे हैं. कहा जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) का चेहरा भी बड़ा उलटफेर करेगा.
BJP और कांग्रेस में लगी घोषणाओं की होड़
मध्यप्रदेश में चुनावी घोषणाओं की झड़ी लग गई है. कांग्रेस और बीजेपी मतदाताओं को रिझाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ा है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केंद्र और राज्य सरकार की तमाम योजनाओं का लाभ उठाने वाले 86 लाख लोगों को प्रमाण पत्र वितरित करने की योजना बनाई है, वहीं कांग्रेस भी चुनावी मैदान में पीछे हटने को तैयार नहीं है.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ लगातार सोशल मीडिया पर लोगों से कई वादे कर रहे हैं. उन्होंने किसानों का कर्ज माफ करने के साथ-साथ दिव्यांगों की पेंशन ₹1000 प्रतिमाह करने, बेरोजगारों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने, सौ रुपए में 100 यूनिट बिजली, पुरानी पेंशन लागू करने जैसी कई घोषणाएं कर दी हैं.
मध्यप्रदेश बीजेपी के कोषाध्यक्ष अनिल जैन का दावा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में जनकल्याणकारी योजनाओं की वजह से पार्टी की लोकप्रियता बढ़ी है. इसके अलावा बीजेपी का संगठन दूसरे राजनीतिक दलों के मुकाबले काफी मजबूत है. बीजेपी ने बूथ स्तर पर जाकर कार्यकर्ताओं के जरिए जनता में गहरी पकड़ बना रखी है. बीजेपी संगठन के पास पन्ना प्रमुख से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक मजबूत कार्यकर्ता और नेता विधानसभा चुनाव में जीत का कारण बनेंगे. इसलिए 200 पार का नारा दिया गया है.
बीजेपी सरकार का 18 साल बनाम कांग्रेस
दूसरी तरफ कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा का कहना है कि बीजेपी सरकार के अट्ठारह साल पर कांग्रेस सरकार के सवा साल का कार्यकाल भारी पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि जनता ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को विधानसभा चुनाव 2018 में नकार दिया था. कमलनाथ सरकार का मध्यप्रदेश की जनता ने स्वर्णिम काल देखा है. इस बार कांग्रेस के साथ जनता भी चुनाव लड़ेगी और जीत जनता की अर्थात कांग्रेस की ही होगी. वर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को कम बोलनेवाला और काम ज्यादा करनेवाला बताया और कहा कि लाभ कांग्रेस को मिलेगा.
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