Watch: भावुक कर देगा शिवराज का ये अंदाज, लाडली बहना के हाथों CM ने सीताफल खाकर लिया आशीर्वाद
MP Elections: देवरी में प्रचार के दौरान एक महिला सीताफल का टोकरा लेकर मंच पर आई और उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज को अपने हाथों से सीताफल खिलाया. इतना ही नहीं सीएम ने लाडली बहन से आशीर्वाद भी लिया.
MP Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार के मैदान में कूदे नेताओं में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) की अदा सबसे जुदा है. बहनों-भांजियों के लाडले मामा यानी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जहां भी जाते हैं, महफिल लूट ले जाते हैं. हर महीने महिलाओं के खाते में 1,250 रुपए डालने वाले शिवराज सिंह चौहान पर उनकी बहनें जमकर आशीर्वाद बरसा रही हैं. ऐसे तमाम वाकयों के वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहे हैं.
दरअसल, सागर जिले के देवरी विधानसभा में प्रचार के दौरान एक महिला अपने हाथ में सीताफल का टोकरा लेकर मंच पर आई और उन्होंने सीएम शिवराज को अपने हाथों से सीताफल खिलाया. इतना ही नहीं सीएम चौहान ने झुककर लाडली बहन से आशीर्वाद भी लिया. इस दौरान रैली की भीड़ ने जमकर तालियां बजाईं. बता दें कि, सीएम शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को सागर जिले की देवरी विधानसभा सीट पर पब्लिक रैली कर रहे थे. इसी दौरान महिला अपने हाथों में सीताफल का टोकरा लिए हुए मंच पर आईं.
मामा @ChouhanShivraj की बहना ले आयी सीता फल का टोकना....बहना के हाथ से खाया फल और लिया आशीर्वाद.भावुक करने वाला यह वीडियो #सागर जिले का है.@abplive @vdsharmabjp @OfficeOfKNath@digvijaya_28 @brajeshabpnews @AshishSinghLIVE pic.twitter.com/yaLZ02nXGy
— AJAY TRIPATHI (ABP News) (@ajay_media) November 3, 2023
कांग्रेस पर बोला हमला
यह देखकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भावविभोर हो गए. डायबिटीज के मरीज होने के बावजूद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी इस लाडली बहन के हाथों से सीताफल का स्वाद चखा. बता दें कि, देवरी में सीट पर बीजेपी ने कांग्रेस से आए बृज बिहारी पटेरिया को अपना उम्मीदवार बनाया है. उनके खिलाफ कांग्रेस के वर्तमान विधायक हर्ष यादव मैदान में हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बृज बिहारी पटेरिया के पक्ष में चुनावी रैली करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. सीएम ने एक बुंदेली कहावत भी कही. सीएम शिवराज ने कहा, "15 साल में मोड़ा भओ, चूम चूम के मार दओ. यानी कि 15 साल में कांग्रेस की सरकार बनी, 15 महीने में ही चली गई."