MP Elections 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव का मतदान निपटने के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) के नेता धार्मिक स्थलों पर पहुंचकर जीत के लिए अर्जी लगा रहे हैं. कुछ प्रत्याशियों द्वारा हवन पूजन भी कराया जा रहा है. यह सिलसिला तीन दिसंबर तक लगातार चलता रहेगा. भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों ही सरकार बनाने के दावे भी कर रहे हैं.
मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है. इस बार कांग्रेस ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने भी चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी थी. विधानसभा चुनाव के परिणाम 3 दिसंबर को आने वाले हैं. इसके पहले बीजेपी-कांग्रेस के प्रत्याशी अपनी मन्नत पूरी करने के लिए निकल पड़े हैं.
बीजेपी प्रत्याशी पहुंचे महाकाल के दरबार
मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री और हरदा के बीजेपी प्रत्याशी कमल पटेल भगवान महाकाल के दरबार में पूजा अर्चना करने पहुंचे. इसके बाद माता बगलामुखी के मंदिर पहुंचकर उन्होंने पूजा अर्चना और हवन किया. कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि वह चुनाव के पहले और चुनाव निपटने के बाद भगवान के दरबार में जरूर शीश नवाने जाते हैं. खासतौर पर महाकालेश्वर मंदिर और माता बगलामुखी के दर्शन वो लगातार करते आ रहे हैं. उन्होंने यह कहा कि प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने जा रही है. इसी तरह कांग्रेस प्रत्याशी माया त्रिवेदी ने भी महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया.
धार्मिक स्थलों पर सुख सुविधाओं को लेकर किए वादे
माया त्रिवेदी के मुताबिक उन्हें और कांग्रेस पार्टी को मध्य प्रदेश में बड़ी जिम्मेदारी मिलने जा रही है, इसलिए प्रदेश की खुशहाली और लोगों द्वारा जताए गए विश्वास पर खरा उतरने की प्रार्थना की गई है. मध्य प्रदेश में इस बार चुनावी वादों में धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की सुख सुविधाओं को लेकर भी बिंदु रखे गए. भारतीय जनता पार्टी ने महाकाल लोक की तर्ज पर मध्य प्रदेश के सलकनपुर, मैहर में देवी लोक सहित कई धार्मिक स्थलों का विकास करने का वादा किया.
कांग्रेस ने भी धार्मिक स्थलों पर सुविधाओं को लेकर काफी वादे किए हैं. कांग्रेस ने ऐलान किया है कि यदि उनकी सरकार बनी तो महाकालेश्वर मंदिर में शुल्क व्यवस्था समाप्त की जाएगी. वर्तमान में महाकालेश्वर मंदिर में शीघ्र दर्शन के लिए ढाई सौ रुपये की रसीद कटवानी होती है.