MP Election 2023: '...तो क्या बीजेपी में अपनी ही पार्टी से खफा हैं नेता? मंत्री उषा ठाकुर से जताई नाराजगी, जानें वजह
MP Election 2023: चुनावों से पहले अपनों को साधने के लिए उषा ठाकुर पिछले दिनों महू पहुंचीं और नाराज कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. इस बैठक में कार्यकर्ताओं ने जमकर भड़ास निकाली.
MP Election 2023: विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी, नाराज कार्यकर्ताओं और नेताओं को मनाने में जुटी है. एबीपी लाइव इस पर आपको लगातार अपडेट कर रहा है कि कहां और कौन से नेता मालवा निमाड़ में अपनी ही पार्टी से नाराज चल रहे हैं. इस बार बात करते हैं प्रदेश की काबिना मंत्री उषा ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र महू की, जहां सूत्रों के मुताबिक बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उषा ठाकुर से शिकायत करते नजर आए.
महू क्षेत्र में कांग्रेस से अंतरसिंह दरबार का काफी दबदबा रहा. ऐसे में अब बीजेपी की ओर से कैबिनेट मंत्री उषा ठाकुर यहां से विधायक हैं. हालांकि ये कहने को कैलाश विजयवर्गीय का क्षेत्र भी लंबे समय तक रहा है और उन्होंने यहां से चुनाव जीता भी है लेकिन अब इस बार हालात ठीक ठाक नही हैं या यूं कहें कि बीजेपी के देव दुर्लभ कार्यकर्ता अपनी ही मातृसंस्था से नाराज चल रहे हैं.
सूत्र बताते हैं कि चुनावों से पहले अपनों को साधने के लिए उषा ठाकुर पिछले दिनों महू पहुंचीं और नाराज कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. उन्होंने यहां स्थानीय डाक बंगले में पहले कार्यकर्ताओं के मोबाइल जमा करवाए उसके बाद बंद कमरे में मंत्रणा की. इस बैठक में कार्यकर्ताओं ने जमकर भड़ास भी निकाली.
सगंठन और सत्ता के बीच तालमेल नहीं!
बैठक के अंदरखाने की चर्चा में मंत्री ठाकुर के सामने कार्यकर्ताओं ने कहा कि सगंठन और सत्ता के बीच तालमेल न होने से पार्टी के भीतर ही आठ गुट बन चुके हैं. वहीं कार्यकर्ताओं ने बीते चार सालों में उपेक्षा के चलते बताया कि क्षेत्र में कैंसे संगठन कमजोर हुआ है.
एक कार्यकर्ता ने तो यहां तक कहा कि अगर पार्टी साल में एक बार सम्मेलन करवाती तो बेहतर होता वहीं अगर अब सम्मेलन होगा तो यही संदेश जाएगा कि चुनावी साल में बीजेपी को वोटर्स की याद आ रही है. बताया जा रहा है कि महू नगर बीजेपी महासचिव महेश बागड़ी भी बैठक में नाराज दिखे उन्होनें कहा कि अपनी ही सरकार में उन्हें दो बार प्रदर्शन करना पड़ा.
वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता राधेश्याम यादव और शेखर बुंदेला ने खुलकर विरोध तो नहीं किया लेकिन पुरानी बीजेपी और वर्तमान बीजेपी की कार्यशैली का अंतर स्पष्ट करते हुए इशारा कर दिया कि यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में बीजेपी के लिए एक बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी.
बैठक में कार्यकर्ताओं के द्वारा यहां तक कहा गया है कि 5 साल विधायकी वह 3 साल मंत्री के कार्यकाल के बाद भी उषा ठाकुर ने स्थानीय मीडिया में भी अपनी बहुत सकारात्मक छवि नहीं बनाई है. इस संबंध में बीजेपी नगर अध्यक्ष पीयूष अग्रवाल से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि यह एक सामान्य बैठक थी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के बीच नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है.
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