MP Election 2023: MP में नहीं आ सके साथ, 2024 में कैसे बनेगी बात? जानें क्यों I.N.D.I.A. सहयोगी सहमति बनाने में रहे विफल
MP Politics: चुनाव से पहले I.N.D.I.A. गठबंधन की दो मुख्य पार्टी सपा और कांग्रेस में उस समय फील गुड वाला माहौल तल्खी में बदल गया, जब कांग्रेस ने सपा उम्मीदवारों के खिलाफ प्रत्याशियों की घोषणा कर दी.
MP Election 2023 News: मध्य प्रदेश में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. में सियासी गठजोड़ को लेकर अभी भी हां और ना का खेल चल रहा है. हालांकि, कांग्रेस ने रविवार (15 अक्टूब) को जिन 144 नामों की घोषणा की है, उसमें से वे चार सीटें भी है,जहां से I.N.D.I.A. अलायंस में शामिल अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है. राजनीतिक जानकार यह भी कह रहे है कि कांग्रेस और सपा के बीच सीटों को लेकर कोई आम सहमति नहीं बन पाई, जबकि आम आदमी पार्टी को कांग्रेस ने कोई भाव नहीं दिया. इस पर बीजेपी नेता प्रहलाद पटेल ने तंज कसते हुए कहा कि I.N.D.I.A. अलायंस तो मध्य प्रदेश में ही नहीं टिक सका, ये देश में क्या टिकेगा?
बताते चलें, साल 2018 के मध्य प्रदेश के विधानसभा में चुनाव में सपा ने बिजावर सीट जीती थी, जबकि छह सीटों पर दूसरे स्थान पर रही थी. दूसरे स्थान वाली सीटों पर उसकी मुख्य लड़ाई बीजेपी से हुई थी, जबकि यहां कांग्रेस तीसरे स्थान पर चली गई थी. कहा जा रहा था कि इस बार मध्य प्रदेश में पहली बार सपा और कांग्रेस मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. इस मुद्दे पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव और कांग्रेस मध्य प्रदेश के प्रभारी महासचिव रणदीप सुरजेवाला के बीच कई राउंड की बातचीत हुई थी.
कांग्रेस ने सपा के खिलाफ उतारे उम्मीदवार
गठबंधन के तहत सपा को सात सीटें देने पर सहमति बनने की बात भी कही जा रही थी. हालांकि सपा 11 सीटों की मांग कर रही थी, जिस पर उसे दो अन्य सीटों पर सहमति का आश्वासन कांग्रेस की ओर से मिला था. साल 2003 के विधानसभा चुनाव में सपा के सात विधायक जीते थे. I.N.D.I.A. अलायंस में फील गुड का माहौल रविवार को उस समय तल्खी में बदल गया, जब कांग्रेस की लिस्ट में राजनगर, चितरंगी, मेहगांव और भांडेर की सीट पर सपा उम्मीदवार के खिलाफ कैंडिडेट उतार दिए गए. कहा जा रहा है कि सपा का नेतृत्व इस बात से भी नाराज है कि कांग्रेस ने छतरपुर जिले के बिजावर से भी उम्मीदवार उतार दिया, जहां से 2018 के चुनाव में उसके उम्मीदवार को जीत मिली थी. हालांकि, अभी तक सपा ने इस सीट से अपने उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है.
'कांग्रेस के साथ नहीं बची गठबंधन की संभावना'
इसी बीच मध्य प्रदेश के सपा प्रमुख रामायण सिंह पटेल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अब कांग्रेस के साथ गठबंधन की सभी संभावनाएं खत्म हो गई हैं. पार्टी की कांग्रेस नेतृत्व से थोड़ी बहुत बात हुई थी, लेकिन ये सब रविवार को खत्म हो गया. उन्होंने यह भी साफ किया कि कांग्रेस के साथ हमारा गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए होगा. मगर मध्य प्रदेश में हम अकेले चुनाव लड़ेंगे. वहीं, इस मामले में कमलनाथ ने कहा कि हम चाहते हैं कि सपा बीजेपी को हराने के लिए हमारा साथ दे. इसमें उनकी भी दिलचस्पी है. उन्होंने कहा कि, "मैं अखिलेश यादव को धन्यवाद देता हूं कि उनका उदेश्य बिल्कुल बीजेपी को हराने का है. उन्होंने मुझसे कहा है कि हम मिलकर हराना चाहते हैं.''
कमलनाथ ने कहा कि हमें भी वहां की स्थानीय स्थिति देखनी है. इसमें भी कई पेंच फंस जाता है." उन्होंने कहा आगे कि हम अपने उम्मीदवार को भी उनके सिंबल पर टिकट दे देते हैं तो वह कहता है कि हम सपा के सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ेंगे. ये सब प्रैक्टिल बातें होती हैं.
'न के बराबर है इंडिया गठबंधन का प्रभाव'
मध्य प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार रविंद्र दुबे कहते है कि मध्य प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन का प्रभाव न के बराबर है. इसी वजह से कांग्रेस किसी से भी बात करती नहीं दिख रही है. प्रदेश में अभी भी बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी का वोट है, वह भी उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे जिलों तक ही सीमित है. जबकि, आम आदमी पार्टी को आगामी चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी हैं. इसके अलावा जनता दल यू और राष्ट्रीय जनता दल का संगठन ही नहीं है. दोनों दल स्थानीय निकाय में भी उपस्थिति दर्ज नहीं करा सके. वे राज्य में मान्यता प्राप्त दल भी नहीं हैं.
'कांग्रेस और बीएसपी में फ्रेंडली फाइट'
रविंद्र दुबे कहते है कि विधानसभा चुनाव घोषणा से पहले ही कमलनाथ ने इंडिया गठबंधन की रैली भोपाल में नहीं होने दी और साफ किया था कि मध्य प्रदेश में I.N.D.I.A. गठबंधन नहीं है. वह राष्ट्रीय स्तर के लिए है, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ समाजवादी पार्टी से सहयोग मांग रहे हैं. चर्चा है कि वे अपने स्तर पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती से भी कुछ सीट पर फ्रेंडली फाइट करने के लिए प्रयास रत हैं, जबकि बीएसपी इंडिया गठबन्धन का हिस्सा नहीं है.