MP Elections 2023: बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के ताजा आर्टिकल पर तीखा हमला बोला है. कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि, राहुल गांधी का 'सत्यम, शिवम, सुंदरम' आर्टिकल 'पेड राइटर' द्वारा लिखा गया था. उन्होंने अपने आर्टिकल लिखने के लिए पेड राइटर्स रखे हैं. हालांकि, उनके शब्दों का न तो समाज पर और न ही राष्ट्र पर कोई प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि कोई भी राहुल गांधी को गंभीरता से नहीं लेता है. विजयवर्गीय ने प्रियंका गांधी पर भी कटाक्ष किया. आपको बता दें कि, प्रियंका 5 अक्टूबर को धार के मोहनखेड़ा आने वाली हैं. विजयवर्गीय कहा, प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश का दौरा किया था और मीडिया ने इसकी खूब तारीफ की थी, लेकिन कांग्रेस दो-तरफा भी नहीं जीत सकी, वहां डेढ़ सीटें ही उन्हें मिली.


जन संपर्क अभियान पर निकले विजयवर्गीय 
आपको बता दें कि, विधानसभा चुनावों में बीजेपी द्वारा अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची में मैदान में उतारे गए आठ वरिष्ठ पार्टी नेताओं में से एक कैलाश विजयवर्गीय का नाम भी शामिल है. उन्होंने दावा किया कि, विधानसभा चुनाव में बीजेपी द्वारा अपने दिग्गज नेताओं को मैदान में उतारने से कांग्रेस निराश हो गई है क्योंकि अब उन्हें कोई रास्ता नहीं सूझ रहा है. इंदौर-1 विधानसभा चुनाव में विजयवर्गीय को हराने के संजय शुक्ला के दावे पर उन्होंने कहा कि, मैं बचकानी बातों का जवाब नहीं देता. बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर-I विधानसभा क्षेत्र में 'जन संपर्क' अभियान शुरू कर दिया है, सोमवार की शाम यहां उन्होंने विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और मतदाताओं से मिलने और उनका समर्थन मांगने के लिए मोटरसाइकिल की सवारी भी की.


'पार्टी के आदोशों का पालन करूंगा'
विजयवर्गीय ने अपनी विधानसभा को  विकास के मामले में नंबर एक बनाने का वादा किया और ठेकेदारों से चुनाव से पहले काम पूरा करने का आग्रह किया. उन्होंने कांग्रेस नेताओं की आलोचना का भी जवाब देते हुए कहा कि, उनका जन्म इंदौर में हुआ है और वह हमेशा लोगों से जुड़े रहे हैं. बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने विधानसभा चुनाव में इंदौर-सीट 1 से मैदान में उतारे जाने पर भ्रम और आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी के आदोशों का पालन करूंगा. पहले उनका मानना था कि, उन्हें और उनके बेटे को एक साथ टिकट नहीं दिया जाएगा, क्योंकि उनके बेटे ने शहर में अपना नाम बनाया है. हालांकि, विजयवर्गीय ने अंततः पार्टी के फैसले को स्वीकार कर लिया और कहा कि, वह उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे.


विजयवर्गीय दूसरी पारी के लिए तैयार 
बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय 10 साल के अंतराल के बाद इंदौर-1 सीट से आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. बीजेपी का लक्ष्य उस सीट को फिर से हासिल करना है, जिसे वह 2018 में हार गई थी. छह बार के विधायक और इंदौर के पूर्व मेयर रहे विजयवर्गीय को उनके समर्थक मुख्यमंत्री के संभावित उम्मीदवार के रूप में देखते हैं. उन्होंने पहले 2018 में चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था, जबकि उनके बेटे ने जीत हासिल की थी. विजयवर्गीय की जन आशीर्वाद यात्रा को इंदौर और उज्जैन संभाग में सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है. इंदौर-1 में उनका मुकाबला कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला से होने की पूरी संभावना है, क्योंकि संजय शुक्ला ने भी इसी विधानसभा से चुनाव लड़ने की बात कही है.