भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी ) अध्यक्ष जे पी नड्डा ने शुक्रवार को दावा किया कि मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नेता नहीं, ‘कलेक्टर’ हैं जो अपने राज्यों से धन जुटाते हैं और उसे 'दिल्ली दरबार' को सौंप देते हैं. नड्डा का ‘‘दिल्ली दरबार’’ से परोक्ष तौर पर आशय कांग्रेस आलाकमान से था.


मध्य प्रदेश के रीवा में त्योंथर विधानसभा सीट पर एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए नड्डा ने लोगों से देश के विकास को सुनिश्चित करने के लिए बीजेपी को वोट देने का आग्रह किया. मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होगा. नड्डा ने दावा किया, ''कमलनाथ हों, भूपेश बघेल हों या अशोक गहलोत हों, वे न तो नेता हैं और न ही मुख्यमंत्री. वे ‘कलेक्टर’ (धन जुटाने वाले) हैं. जिलों से नहीं बल्कि अपने राज्यों से, वे धन इकट्ठा करते हैं और इसे ‘दिल्ली दरबार’ में चढ़ाते हैं.''


कमलनाथ पर निशाना साधते हुए बीजेपी अध्यक्ष नड्डा ने आरोप लगाया कि ‘‘दिसम्बर 2018 और मार्च 2020 के बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में, उन्होंने घोटालों के शासन का नेतृत्व किया.’’ उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ के रिश्तेदार और ‘ओएसडी’ से जुड़े परिसरों पर छापे के दौरान धन बरामद किया गया था.


नड्डा ने कहा, ‘‘यह वही कमलनाथ हैं जिन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत (मध्य प्रदेश को आवंटित) धन वापस कर दिया था. यह वही कमलनाथ हैं जिन्होंने जल जीवन मिशन (मध्य प्रदेश में) के तहत काम नहीं किया और केंद्र सरकार को 240 करोड़ रुपये (अप्रयुक्त धन) लौटा दिए.’’


उन्होंने कहा कि केंद्र की पिछली कांग्रेस सरकार अगस्ता वेस्टलैंड (हेलीकॉप्टर), राष्ट्रमंडल खेल, 2जी जैसे घोटालों में लिप्त थी. नड्डा ने लोगों से ऐसी पार्टी को वोट देने का आग्रह किया जिसका घोटालों से कोई लेना-देना नहीं है. नड्डा ने कहा कि पिछले चुनावों में कमल (बीजेपी का चिह्न) के खिलने से देश का सभी क्षेत्रों में विकास सुनिश्चित हुआ. उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने देश में सर्वांगीण विकास किया है. मध्य प्रदेश में वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी.


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