MP Election 2023: मुस्लिम महिलाओं से राखी बंधवाकर धार्मिक ग्रंथ बांटने वाला कांग्रेस नेता मुसीबत में!, जानें क्या है पूरा मामला?
MP News: उज्जैन से विधानसभा की चुनाव की दावेदारी करने वाले एक कांग्रेस नेता के खिलाफ मुस्लिम समाज जनों ने पुलिस में शिकायत की है.
MP Assembly Election 2023: उज्जैन में रक्षाबंधन के पर्व के अवसर पर कांग्रेस नेता विवेक यादव ने मुस्लिम महिलाओं से राखी बंधवाई. इसके बाद उन्हें उपहार स्वरूप नगद राशि के साथ-साथ कपड़े और एक धार्मिक ग्रंथ भी दिया गया. सूरह यासीन नामक इस धार्मिक ग्रंथ पर विवेक यादव की फोटो थी जिसे लेकर मुस्लिम समाज जनों ने आपत्ति जताते हुए पुलिस में कार्रवाई के लिए शिकायत की है.
महाकाल थाना पुलिस से जानकारी के मुताबिक सैयद फारूक सहित कुछ लोगों ने कांग्रेस नेता विवेक यादव के खिलाफ धार्मिक ग्रंथ पर खुद की फोटो चिपका कर लोगों को बांटने की शिकायत की है. इस मामले में यह भी आरोप लगाया गया है कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है. इस मामले में पुलिस की जांच की चल रही है. दरअसल पूरा मामला रक्षाबंधन पर्व से जुड़ा है.
पुलिस मामले की जांच कर रही है
उज्जैन उत्तर से टिकट मांग रहे कांग्रेस नेता विवेक यादव ने सारवान की मस्जिद पर रक्षाबंधन पर मनाने के लिए मुस्लिम समाज की महिलाओं को एकत्रित किया था. इस दौरान विवेक यादव ने उन्हें 500रुपये, सूट और उपहार के साथ सूरह यासीन पुस्तक भी दी, जिस पर पीछे के पन्ने पर विवेक का फोटो प्रकाशित था. जब महिलाएं तस्वीर लेकर धार्मिक ग्रंथ लेकर घर पहुंची तो फोटो देखकर विवाद बढ़ गया. कुछ लोगों ने पुलिस थाने पहुंचकर शिकायत कर दी. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
उत्तर से चुनाव लड़ चुका है विवेक यादव
साल 2013 में विवेक यादव उज्जैन उत्तर से विधानसभा चुनाव लड़ चुका है. विवेक यादव उसे समय उज्जैन उत्तर से बीजेपी प्रत्याशी भारत जैन से 25000 वोटों से हार गया था. विवेक यादव ने इस बार फिर तैयारी की है. हालांकि इस पूरे विवाद के कारण कांग्रेस नेता की मुसीबत बढ़ गई है.
कांग्रेस नेता विवेक यादव ने दी सफाई
कांग्रेस नेता विवेक यादव ने एबीपी न्यूज़ से चर्चा के दौरान बताया कि उनके द्वारा किसी भी प्रकार का कोई धार्मिक ग्रंथ नहीं बांटा गया है. उन्होंने यह भी कहा कि उनके नाम पर किसी ने षड्यंत्र पूर्वक यह कृत्य किया है. उन्होंने पूरे मामले में निंदा करते हुए अपना स्पष्टीकरण भी दे दिया है. विवेक यादव ने बताया कि कुछ लोगों के माध्यम से उनके पास धार्मिक ग्रंथ पर उनका फोटो चिपकाकर वितरण करने की शिकायत मिली थी. यादव के मुताबिक जिन लोगों ने उनके नाम पर शिकायत की थी. उन्होंने थाने से अपना आवेदन भी वापस ले लिया है.