MP Election 2023: कमलनाथ-दिग्विजय को लेकर अमित शाह के कटाक्ष पर रणदीप सिंह सुरजेवाला का पलटवार, पूछे ये पांच सवाल
MP Elections 2023: रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान अपनी सत्ता की भूख की यात्राओं के जश्न में डूबे हैं और मध्य प्रदेश की खेती बूंद बूंद को तरस रही है. किसान कराह रहा है.
MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में मंगलवार को मौसम के साथ-साथ बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के बयानों में भी जमकर गर्मी देखी गई. सूबे के कोने-कोने से दोनों दलों के नेताओं में जमकर 'तू-तू, मैं-मैं' हुई. गृह मंत्री अमित शाह ने जहां एक ओर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर जुबानी हमला किया तो कांग्रेस की तरफ से चुनाव की कमान संभाल रहे रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अमित शाह पर सवालों की झड़ी लगा दी. कांग्रेस के मध्य प्रदेश प्रभारी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट करते हुए मध्य प्रदेश में बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा को हरी झंडी दिखाने आए अमित शाह से कई सवाल किए.
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने लिखा सोशल मीडिया पर लिखा, 'जन धोखा- धन लूट' अवसरवाद यात्रा में अमित शाह मंडला श्योपुर आ रहे हैं, नितिन गडकरी खंडवा में हैं, पर पूरे मध्य प्रदेश में 'किसानों को बर्बाद' करके अपनी 'सत्ता आबाद' करने की कोशिशें औंधे मुंह गिरेंगी.
सुरजेवाला ने लिखा मध्यप्रदेश के किसानों के 5 सवाल-
1. आज श्योपुर में बाजरा और सोयाबीन की तथा खंडवा- निमाड़ में सोयाबीन, कपास और मिर्ची की फसलों ने पानी और बिजली की कमी से तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया. क्या श्री अमित शाह और गडकरी ये जानते भी हैं, समझते भी हैं? क्या जबाब देंगे?
2. शिवराज सिंह चौहान अपनी सत्ता की भूख की यात्राओं के जश्न में डूबे हैं और मध्य प्रदेश की खेती बूंद बूंद को तरस रही है. किसान कराह रहा है और भाजपाई 'अवसरवाद यात्रा' का जश्न मना रहे हैं.क्या श्री अमित शाह और नितिन गडकरी किसान को कारण बतायेंगे कि किसान से धोखेबाजी क्यों?
3. न नहरों से पानी छोड़ा गया, न बिजली की व्यवस्था की गई.मप्र में धान,सोयाबीन,मक्का, बाजरा, ज्वार, कपास, उड़द, मूंग, तुअर, मूंगफली जैसी 11 से अधिक फसलें बोई जाती हैं, जिसमें 34 लाख हेक्टेयर से अधिक धान , 66 लाख हेक्टेयर से अधिक सोयाबीन ,19 लाख हेक्टेयर से अधिक ज्वार बाजरा और मक्का तथा 5 लाख हेक्टेयर से अधिक कपास बोई जाती है.सब बर्बादी की कगार पर है पर अमित शाह और नितिन गडकरी सिर्फ वोट की खेती काटने आए हैं, ऐसा क्यों? जब खेती लूट रही है तो वोट क्यों?
4. अल्पवर्षा से प्रदेश में सूखे के हालात हैं. किसानों ने कर्ज लेकर खरीफ की फसलें लगाई थी, उन्हें शिवराज सरकार ने इस कदर धोखा दिया कि न तो नहरों से पानी छोड़ा न बिजली उपलब्ध कराई.ऐसी किसान विरोधी सरकार को वोट क्यों? दिल्ली की सरकार राहत क्यों नहीं दे रही? क्या श्री अमित शाह व गडकरी जबाब देंगे?
5. मध्य प्रदेश में बिजली की डिमांड 15006 मेगा वाट तक पहुंच गई है , मौसम विभाग की पूर्व चेतावनी के बावज़ूद बिजली की व्यवस्था नही की गई और आज प्रदेश में लगभग 3,000 मेगा वाट बिजली की कमी है.इतना ही नहीं ,ऐसे समय 1800 मेगा वाट की पाँच यूनिट मेंटेनेंस के नाम पर बंद कर दी गई हैं और 10 रुपए यूनिट तक बिजली निजी क्षेत्र से खरीद चाँदी लूटी जा रही हैं. पूरे प्रदेश में बिजली संकट गहरा गया है.किसानों को खेत के लिए बिल्कुल बिजली नहीं दी जा रही है. समूचे मध्य प्रदेश में खरीफ की फसलें सत्ता की नाकामी की वजह से तबाह हो गईं तो श्री अमित शाह व गडकरी किस बात का जश्न मनाने आए हैं?
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