MP Election 2023: चुनाव नतीजों से पहले फिर कर्ज लेंगे सीएम शिवराज, जानें इस साल कितनी कर्जदार हुई मध्य प्रदेश सरकार
Madhya Pradesh Election 2023: मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार 28 नवंबर को दो हजार करोड़ रुपए का कर्ज उठाएगी. इसके पहले आचार संहिता लागू रहने के दौरान भी सरकार बाजार से कर्ज ले चुकी है.
MP Election 2023: मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ था. अब इसका परिणाम तीन दिसंबर को आएगा. ऐसे में प्रदेश की सत्ता किसके हाथ होगी यह अभी समय के गर्त में है, लेकिन चुनाव परिणामों से पहले ही एक बार फिर से मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) सरकार कर्ज लेने जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार, 28 नवंबर को मध्य प्रदेश सरकार 2 हजार करोड़ का कर्ज लेगी. ऐसे में इस साल अब तक सरकार 38 हजार 500 करोड़ रुपये का कर्ज ले चुकी है.
वहीं कर्ज को लेकर मध्य प्रदेश वित्त विभाग ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. इस नोटिफिकेशन के अनुसार, 28 नवंबर को प्रदेश सरकार 2 हजार करोड़ का कर्ज लेगी. यह कर्ज रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से 14 साल के लिए लिया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि नई सरकार के गठन की व्यवस्थाओं के लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के भुगतान के लिए यह कर्ज लिया जा रहा है.
मार्च से अब तक लिया गया इतना कर्ज
मध्य प्रदेश सरकार पर 31 मार्च 2022 तक प्रदेश का कुल सार्वजनिक कर्ज 2.95 लाख करोड़ रुपए था. 31 मार्च 2023 तक कुल कर्ज 3 लाख 31 हजार 651 करोड़ रुपए हो गया है. बजट अनुमान (वित्त वर्ष 2023-24 के लिए) के अनुसार 31 मार्च 2024 तक यह आंकड़ा बढ़ाकर 3.85 लाख करोड़ होने का अनुमान है. बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के बाद प्रदेश सरकार तान बार कर्ज ले चुकी है. मध्य प्रदेश में 9 अक्टूबर को चुनावों के ऐलान के तुरंत बाद आदर्श आचार संहिता लागू हुई थी. मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने अक्टूबर महीने में 4 हजार करोड़ रुपये का कर्ज लिया है. जबकि, सिंतबर महीने में सरकार ने 4500 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है.