MP Election 2023: 2500 से ज्यादा उम्मीदवारों की किस्मत का आज होगा फैसला, बुधनी-छिंदवाड़ा ही नहीं इन सीटों पर भी रहेगी सबकी नजर
MP Elections: मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा चुनाव के लिए आज सुबह सात बजे से वोटिंग शुरू हो गई है. ऐसे में जानिए बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गज किस विधानसभा सीट से और किसके खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.
MP Election 2023: मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो रहा है. आज सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई है. इस चुनाव में मुख्य लड़ाई कांग्रेस और बीजेपी के बीच है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath) समेत दोनों पार्टियों के कई प्रमुख नेता मैदान में हैं. अगर प्रमुख उम्मीदवारों की बात करें तो इसमें सबसे बड़ा नाम शिवराज सिंह चौहान का है, जिनको बीजेपी ने बुधनी विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने उनके खिलाफ अभिनेता विक्रम मस्ताल को खड़ा किया है. बता दें कि, 40 वर्षीय विक्रम मस्ताल ने 2008 के टीवी धारावाहिक 'रामायण 2' में 'हनुमान' की भूमिका निभाई थी.
छिंडवाड़ा विधानसभा सीट
वहीं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने गृह क्षेत्र छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ रहे हैं. बीजेपी ने छिंदवाड़ा जिले के भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष विवेक बंटी साहू को मैदान में उतारा है. दरअसल, कमलनाथ ने 2019 में छिंदवाड़ा से बीजेपी के विवेक बंटी साहू को 25,837 वोटों के अंतर से हराकर उपचुनाव जीता था. मुख्यमंत्री के रूप में कमलनाथ का कार्यकाल उनकी पार्टी के सहयोगी ज्योतिरादित्य सिंधिया के विरोध के बाद मार्च 2020 में खत्म हो गया था, जिसके कारण राज्य में शिवराज सिंह चौहान की सरकार वापस सत्ता में आई थी.
राघौगढ़ निर्वाचन क्षेत्र
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह अपने परिवार के गढ़ राघौगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. हालांकि, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिग्विजय सिंह के चचेरे भाई मूल सिंह के बेटे हिरेंद्र सिंह उर्फ बंटी बन्ना को बीजेपी के खेमे में शामिल कर लिया है. राघौगढ़ से जयवर्धन सिंह के खिलाफ बीजेपी ने बंटी बन्ना को मैदान में उतारा है. इसके अलावा बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने इंदौर-1 निर्वाचन क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतारा है. जबकि, कांग्रेस ने इंदौर-1 के मौजूदा विधायक संजय शुक्ला को चुानवी दंगल में आगे किया है.
इंदौर-1 विधानसभा
हालांकि, संजय शुक्ला ने 2018 का विधानसभा चुनाव इंदौर-1 से जीता था, लेकिन यह निर्वाचन क्षेत्र परंपरागत रूप से बीजेपी का गढ़ रहा है. बीजेपी के एक और कद्दावर नेता केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल को नरसिंहपुर से मैदान में उतारा गया है. केंद्रीय मंत्री ने अपने भाई जालम सिंह पटेल का स्थान लिया है, जो एक ही सीट से दो बार जीते थे. वहीं कांग्रेस ने लाखन सिंह पटेल को मैदान में उतारा है, जो नरसिंगपुर में प्रह्लाद सिंह पटेल के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. लाखन इससे पहले 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के जालम सिंह पटेल से चुनाव हार गए थे. पटेल समुदाय के प्रभुत्व वाला नरसिंहपुर इस चुनाव में केंद्र बिंदु के रूप में खड़ा है.
दतिया विधानसभा सीट
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा दतिया सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. नरोत्तम मिश्रा का मुकाबला कांग्रेस के अवधेश नायक से है, जो आरएसएस के पूर्व पदाधिकारी हैं. बीजेपी से दो बार विधायक रहे मिश्रा ने 2018 विधानसभा में कांग्रेस की भारती राजेंद्र को 72,209 वोटों से हराया था. वहीं लहार विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी ने कांग्रेस के गोविंद सिंह के मुकाबले के लिए अंबरीश शर्मा को मैदान में उतारा है. गोविंद सिंह के नाम लहार से लगातार सात जीत दर्ज करने का रिकॉर्ड है. बीजेपी कांग्रेस के इस गढ़ में सेंध लगाना चाहती है. बता दें कि, राज्य में वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी.