(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MP Election 2023: दूसरे प्रदेशों से आए बीजेपी विधायकों को आज दी जाएगी ट्रेनिंग, 7 दिन तक विधानसभा सीटों का करेंगे दौरा
MP Elections 2023: आज प्रशिक्षण सत्र के बाद ये विधायक रविवार को अपने-अपने निर्धारित क्षेत्रों के लिए रवाना हो जाएंगे. निर्धारित क्षेत्रों में ये विधायक सप्ताह भर रहेंगे.
MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश की विधानसभा सीटों का माहौल जानने के लिए चार राज्यों के विधायक राजधानी भोपाल आ गए हैं. बीजेपी के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल के अनुसार के भोपाल में विधायकों को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा. प्रशिक्षण वर्ग का शुभारंभ सुबह 10.30 बजे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा किया जाएगा. प्रशिक्षण वर्ग के विभिन्न सत्रों को केंद्रीय मंत्री एवं प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेन्द्र यादव, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान संबोधित करेंगे. समापन सत्र को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा संबोधित करेंगे.
बता दें अन्य प्रदेशों से भोपाल आ रहे 230 विधायकों में गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और बिहार के विधायक शामिल हैं. ये सभी विधायक एक दिन पहले शुक्रवार को ही राजधानी भोपाल पहुंच गए हैं. इन विधायकों को आज विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा. प्रशिक्षण सत्र के बाद ये विधायक रविवार को अपने-अपने निर्धारित क्षेत्रों के लिए रवाना हो जाएंगे. निर्धारित क्षेत्रों में ये विधायक सप्ताह भर रहेंगे. इन विधायकों को दिए गए टास्क के मुताबिक ये विधानसभा उम्मीदवारों के नामों की पैनल तैयार करेंगे.
रिपोर्ट से तय होंगे प्रत्याशी
चार अलग-अलग राज्यों के विधायक प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद निर्धारित विधानसभा क्षेत्रों में भ्रमण करेंगे. यह विधायक स्थानीय नेताओं के अलावा स्थानीय लोगों से भी चर्चा करेंगे. सात दिन बाद यह विधायक अपनी रिपोर्ट बनाकर केंद्रीय नेतृत्व को सौंपेंगे. इन विधायकों की रिपोर्ट के आधार पर ही संबंधित क्षेत्र में विधानसभा प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी जाएगी.
बताएंगे स्थानीय मुद्दे
बता दें इस बार मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की कमान पूरी तरह से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने हाथों में ले रखी है. केंद्रीय गृहमंत्री शाह की रणनीति के आधार पर ही दूसरे अन्य राज्यों के विधायक मप्र के दौरे पर रहेंगे. ये विधायक क्षेत्र में घूमकर वहां के स्थानीय मुद्दों से भी केंद्रीय नेतृत्व को अवगत कराएंगे, ताकि आने वाले विधानसभा चुनाव में उन मुद्दों पर जोर देकर चुनाव लड़ा जा सके.
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