MP Assembly Election 2023: मध्यप्रदेश की राजनीति (MP Politics) में अब गोस्वामी तुलसीदास (Tulsidas) की भी एंट्री हो चुकी है. पीसीसी चीफ कमलनाथ (Kamal Nath) ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) पर तुलसीदास की एक चौपाई का उद्धरण देते हुए झूठ बोलने का आरोप लगाया. पलटवार सीएम शिवराज सिंह चौहान की तरफ से भी हुआ. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री, भूतपूर्व तो हमने सुना था. यह भावी, अवश्यंभावी मुख्यमंत्री क्या होता है?
सीएम शिवराज ने कांग्रेस के अंदरखाने मची कलह पर भी कटाक्ष किया है. बता दें कि कमलनाथ और सीएम शिवराज सिंह आए दिन सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के खिलाफ कटाक्ष कर रहे हैं. दोनों एक दूसरे पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए विरोधी पार्टी की जमीन पर नहीं उतर सकी योजनाओं के विषय में सवाल कर रहे हैं.
कमलनाथ और सीएम शिवराज में छिड़ा ट्विटर वॉर
कमलनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर लिखा,"झूठइ लेना, झूठइ देना। झूठइ भोजन, झूठ चबेना। बोलहिं मधुर बचन जिमि मोरा। खाइ महा अहि हृदय कठोरा।। शिवराज जी, आप जैसी झूठ की मशीनों के लिए सदियों पहले रामचरितमानस में यह चौपाई लिखी गई थी. इसलिए भगवान से डरिए और झूठी घोषणाएं बंद कर दीजिए. जनता को पुरानी झूठी घोषणाओं का हिसाब दीजिए." आगे कमलनाथ ने शिवराज सिंह चौहान से सवाल किया है कि,"आपने भाजपा के दृष्टि पत्र में घोषणा की थी कि हम ढाई लाख करोड़ रुपयों के निवेश के माध्यम से प्रदेश के सिंचित क्षेत्र को अगले 5 वर्षों में दोगुना करेंगे. जनता को सच बताइए कि कितना सिंचित क्षेत्र इस कार्यकाल में बढ़ाया या सिर्फ भ्रष्टाचार ही दोगुना किया है."
ट्विटर पर आरोपों के साथ सवाल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दागा था. उन्होंने लिखा कि,"कांग्रेस केवल सत्ता के लिए राजनीति करती चली आई है. कांग्रेस ने सहायक कृषि आधारित उद्योग जैसे पशुपालन, डेयरी उद्योग, कुक्कुट पालन, मत्स्य पालन, उद्यानिकी के लाभ के लिए किसानों को रियायती दरों पर बैंक से ऋण देने का वचन किया था. कमलनाथ जी बताएं सवा साल में क्या किया?" इसके साथ ही सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कटाक्ष किया कि,"कांग्रेस में गदर मचा हुआ है. मुख्यमंत्री, भूतपूर्व तो हमने सुना था. यह भावी, अवश्यंभावी मुख्यमंत्री क्या होता है? कमलनाथ जी कह रहे हैं कि मैं चुनाव नहीं लडूंगा. लेकिन उनकी आईटी सेल खंडन कर कह रही है कि आपके बिना यह दुनिया और कांग्रेस चल ही नहीं सकती."
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज विधानसभा का चुनाव लड़ने को स्पष्ट कर दिया. उन्होंने विधानसभा चुनाव में भाग नहीं लेने का खंडन किया. उनका कहना था कि मीडिया में बात गलत तरीके से पेश किया गया है.