MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में इस बार भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच एक-एक सीट को लेकर कड़ी टक्कर मानी जा रही है. ऐसे में वोटिंग परसेंटेज ने प्रत्याशियों की नींद उड़ा दी है. उज्जैन संभाग के सभी जिलों में वोटिंग परसेंटेज 70 से ऊपर जा रहा है.
मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में इस बार मतदाताओं में काफी उत्साह देखने को मिला. उज्जैन संभाग के शाजापुर में दोपहर बाद तक ही 70% मतदान हो चुका था. इसके अलावा मंदसौर में 75% से ऊपर मतदान हो चुका है. इतना ही नहीं रतलाम जिले में भी 70% के आसपास मतदान हो चुका है. आगर मालवा, उज्जैन, देवास, नीमच में भी मतदान का प्रतिशत 70 के ऊपर है. शाम 6:00 बजे तक सभी विधानसभा सीटों पर मतदान होना था, जिसके बाद असल प्रतिशत सामने आ जाएगा. मतदान के लगातार बढ़ रहे प्रतिशत को लेकर प्रत्याशियों की सांस ऊपर नीचे हो रही है.
जहां ज्यादा मतदान हुआ वहां बिगाड़ सकते हैं समीकरण
जिन विधानसभा सीटों पर अत्यधिक मतदान हुआ है वहां पर प्रत्याशियों के समीकरण बिगाड़ सकते हैं. मतदान अधिक होने के दो कारण सामने आते हैं. एक तो सत्ता के खिलाफ मतदान होता है या फिर सत्ता के पक्ष में. लेकिन जब मतदान का प्रतिशत ज्यादा हो जाता है तो ऐसी स्थिति में हार जीत का अंतर भी बढ़ जाता है. अभी तक यह देखने में आया है कि जब वोटिंग का प्रतिशत अधिक रहा तब भारतीय जनता पार्टी को फायदा मिला है. हालांकि इस बार कांग्रेस अपना दावा ठोक रही है.
उज्जैन संभाग में कई दिग्गज आजमा रहे हैं भाग्य
उज्जैन संभाग की सभी सीटों पर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है. हालांकि उज्जैन, रतलाम और नीमच जिले में चार विधानसभा सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बागी विधानसभा चुनाव में कड़ी टक्कर दे रहे हैं ऐसे में वोटिंग का प्रतिशत हार जीत पर काफी निर्भर करेगा.
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