MP News: 'मध्य प्रदेश में इलाज के लिए झाड़-फूंक कराने को मजबूर हैं लोग', AAP प्रदेश अध्यक्ष का BJP पर बड़ा हमला
MP Doctors Shortage: रानी अग्रवाल का दावा है कि मध्य प्रदेश में करीब 60 फीसदी डॉक्टर्स की कमी है, जबकि स्वास्थ्य विभाग का बजट 12 हजार करोड़ रुपये है और चिकित्सा शिक्षा विभाग का बजट 3 हजार करोड़.
MP Politics: मध्य प्रदेश में डॉक्टरों की कमी और बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर आम आदमी पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल ने शिवराज सिंह चौहान की सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं वेंटिलेटर पर हैं. प्रदेश में न तो बेहतर सरकारी अस्पताल हैं और न ही डॉक्टर्स. अस्पतालों में दवाओं और जांच मशीनों की कमी है, जिसके कारण लोगों को बेहतर इलाज नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने कहा कि 20 साल में बीजेपी सरकार मध्य प्रदेश में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं दे पाई.
आम आदमी पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष और सिंगरौली महापौर रानी अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी है. उन्होंने खरगोन और अशोक नगर में जिला अस्पतालों में चल रही झाड़-फूंक को लेकर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि जिला अस्पतालों में डॉक्टर्स की कमी होने के कारण लोगों को अब मजबूरी में झाड़-फूंक का सहारा लेना पड़ रहा है मध्यप्रदेश के खरगोन और अशोकनगर जिला अस्पताल में झाड़ फूंक की तस्वीरें उसकी बानगी हैं. इस दौर में अस्पतालों में ऐसी तस्वीरें बेहद शर्मनाक हैं लेकिन आम आदमी करे भी तो क्या करे?
रानी अग्रवाल ने बीजेपी सरकार पर लगाए बड़े आरोप
रानी अग्रवाल ने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने का काम सरकार का था लेकिन 20 सालों में सरकार बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं दे पाई तो आम आदमी करे भी तो क्या? मध्य प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में न तो डॉक्टर्स हैं और न ही दवाइयां. बीमारियों की जांच के लिए भी मध्य प्रदेश के अस्पतालों में मशीनें नहीं हैं. आलम ये है कि हर रोज इलाज न मिलने कारण कई लोग अस्पतालों में दम तोड़ रहे हैं.
'मध्य प्रदेश में 60 प्रतिशत डॉक्टर्स की कमी'
आप की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल ने कहा कि मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग का बजट 12 हजार करोड़ रुपये है और चिकित्सा शिक्षा विभाग का बजट 3 हजार करोड़ लेकिन उसके बाद भी मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर नहीं हैं. मध्य प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी कमी है. 10 हजार लोगों पर प्रदेश में केवल 4 डॉक्टर ही हैं जबकि 1 हजार लोगों पर प्रदेश में 1 डॉक्टर होना चाहिए. यानी, प्रदेश में 60 फीसदी डॉक्टर्स की कमी है. रानी अग्रवाल ने कहा कि ग्रामीण इलाकों के उप स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों के 29 फीसदी पद खाली पड़े हैं.
आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर किए कई दावे
वहीं, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 45 फीसदी पद खाली हैं. अस्पतालों में डॉक्टर न होने के कारण लोगों को बेहतर इलाज नहीं मिल पा रहा है और मरीज इलाज न मिल पाने के कारण दम तोड़ रहे हैं. मध्य प्रदेश में लोगों की सेहत और इलाज के लिए सरकार ने कोई काम नहीं किया. सरकार केवल कोरे वादे करने में और कागजी आंकड़े पेश करने में लगी है जबकि जमीन पर कोई काम नहीं हुआ है.वहीं मध्य प्रदेश के उलट आम आदमी पार्टी की सरकार वाले दिल्ली में लोगों को मुफ्त में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं. अस्पतालों में गंभीर बीमारियों की जांच और इलाज भी बिलकुल मुफ्त है.आम आदमी पार्टी की मध्य प्रदेश में सरकार बनने पर यहां भी स्वास्थ्य व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएंगी और लोगों को मुफ्त इलाज दिया जाएगा.
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