MP Election 2023: आदिवासियों के बाद अब अनुसूचित जाति वर्ग को साधने के लिए भाजपा ने नई रणनीति तैयार की है. इस रणनीति के तहत संत रविदास को केन्द्र में रखकर प्रदेश भर के 53 हजार गांवों में यात्रा निकाली जाएगी. यात्रा का उद्देश्य गांव में दलित वर्ग के 10 से 12 लाख लोगों तक पहुंचना है. इस यात्रा की तैयारी में भाजपा का अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ जुटा हुआ है. 


जानकारी के अनुसार यह यात्रा 20 जुलाई से शुरु होकर 12 अगस्त तक चलेगी. इस दौरान गांव-गांव में यात्राओं का आयोजन किया जाएगा. इस दौरान जिला मुख्यालयों पर जैसे कि जबलपुर, उज्जैन, इंदौर, भोपाल, ग्वालियर जिला मुख्यालयों पर मुख्यमंत्री सहित बड़े नेता यात्रा में शामिल होंगे. यात्रा का समापन सागर में होगा. समापन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह आ सकते हैं. 


संत रविदास के मंदिर का होगा भूमिपूजन
संत रविदास जयंती पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंदिर निर्माण की घोषणा की थी. इसके लिए 100 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया गया है. मंदिर का भूमिपूजन भी अगस्त माह में किया जाएगा. इस भूमिपूजन कार्यक्रम में भाजपा के कई बड़े नेता और अनुसूचित जाति वर्ग से ताल्लुक रखने वाले नेता शामिल होंगे.


15 फीसदी मतदाता हैं अनुसूचिज जाति वर्ग के
मध्यप्रदेश में अनुसूचित जाति वर्ग के लगभग 15 फीसदी मतदाता हैं और कुल 230 विधानसभा सीट में से 35 सीटें अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं, वहीं 20 सीट से भी अधिक पर अनुसूचित जाति वर्ग के मतदाता अपना दखल रखते हैं. यही वजह है कि अब आदिवासी वर्ग के बाद भाजपा अनुसूचित जाति वर्ग को टारगेट कर रही है.


यह भी पढ़े: 17 महीने से धरने पर बैठे अभ्यर्थियों को कांग्रेस का समर्थन, कहा- सरकार आई तो 3 महीने में मिलेगी नियुक्ति