MP Election Result 2023 News: मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में भीतरघात करने वालों के खिलाफ कांग्रेस का एक्शन शुरू हो गया है. पार्टी भीतरघात करने वालों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है. इसी क्रम में मुरैना ग्रामीण जिलाध्यक्ष मधुराज तोमर को पार्टी ने सभी पदों से हटा दिया है. माना जा रहा है कि जल्दी कुछ और बड़े नेताओं पर भी इसी तरह का एक्शन हो सकता है.
बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगने का आरोप
दरअसल, मधुराज तोमर पर आरोप लगा है कि विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने अपने क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में काम न करते हुए उसके विरोधी प्रत्याशी के समर्थन में न केवल काम किया बल्कि वोट मांगे, कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष पर आरोप है कि दिमनी विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी नरेंद्र सिंह तोमर के समर्थन में खुलकर प्रचार किया. मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं संगठन प्रभारी राजीव सिंह के हस्ताक्षर से जारी पत्र में कहा गया है कि अपनी पार्टी के उम्मीदवार को छोड़कर बीजेपी उम्मीदवार के लिए काम करना पार्टी विरोधी गतिविधि तथा अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है. इसलिए पद से पृथक किया जाता है. साथ ही पार्टी प्रभारी ने उन्हें स्पष्टीकरण के लिए 7 दिन का समय भी दिया है.
वीडियो पर कांग्रेस अध्यक्ष ने लिया संज्ञान
इस संबंध में एक वीडियो सामने की भी चर्चा है जिसमें मधुराज तोमर बीजेपी के प्रत्याशी के समर्थन में वोट मांगते दिखाई दे रहे हैं. वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इसे गंभीरता से लिया और उनके निर्देश पर उन्हें ग्रामीण जिला अध्यक्ष के पद से मधुराज सिंह तोमर को हटाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं.
क्या लिखा गया है पत्र में
पत्र में लिखा गया है कि मधुराज सिंह तोमर,विधानसभा चुनाव 2023 में आपके द्वारा अधिकृत कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में कार्य न करते हुए पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलग्न रहे हैं तथा आपने अपने समर्थको के साथ बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में खुलेआम अनुचित कार्य करते हुए पार्टी विरोधी कार्य किया है. पार्टी के आप जिम्मेदार पदाधिकारी होने के नाते आपको जिले में समन्वय करते हुए कार्य करना चाहिए था, जो कि आपके द्वारा नहीं किया गया है. आपको जिला कांग्रेस कमेटी मुरैना ग्रामीण के अध्यक्ष पद से पद मुक्त किया जाता है. आपका उक्त पार्टी विरोधी कार्य अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है. उपरोक्त संबंध में आप अपना स्पष्टीकरण 7 दिवस के अंदर प्रदेश कांग्रेस कमेटी को प्रेषित करें, समयावधि में जवाब प्राप्त न होने की स्थिति में आपके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
यह भी पढ़ें: MP Election 2023: 'अब हमारे पास कोई गद्दार नहीं', चुनावी माहौल में दिग्विजय सिंह का सिंधिया पर बड़ा हमला