MP Assembly Elections 2023: जैसे-जैसे मध्य प्रदेश के चुनावों का समय नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे राज्य की राजनीति अमर्यादित होती जा रही है. अब तक एमपी की राजनीति में अमर्यादित शब्दों की ही एंट्री हुई थी, लेकिन अब पोस्टर वॉर ने भी अपनी जगह बना ली है. राजधानी भोपाल के मनीषा मार्केट में पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath) के आपत्तिजनक पोस्टर लगे हुए हैं.


बता दें मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में अब महज पांच महीने का समय ही बचा है. चुनावों के नजदीक आते ही अब मध्य प्रदेश की राजनीति में तेजी से उबाल आने लगा है, जहां सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस (Congress) के बड़े नेताओं का आगमन एमपी में हो रहा है तो अब वहीं यहां की गरमाती जा रही है. चुनावी समय में राजनीति का ऐसा ही उदाहरण राजधानी भोपाल में देखने को मिल रहा है.



मनीषा मार्केट में लगे पोस्टर
राजधानी भोपाल के मनीषा मार्केट क्षेत्र में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के पोस्टर लगाए गए हैं. इन पोस्टरों पर कमलनाथ के फोटो के साथ क्यूआर कोड भी छपा है. इन पोस्टरों पर 'करप्शन नाथ' लिखा दिखाई दे रहा है. मनीषा मार्केट क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के फोटो सहित एक दर्जन से अधिक पोस्टर लगे हुए हैं. इन पोस्टरों में कुछ पर वांटेड करप्शन नाथ लिखा हुआ है, जबकि कुछ पर वांछित नाथ सहित क्यूआर कोड लगाया गया है. साथ ही ये लिखा गया है कि कांड जानने के लिए इस कोड को स्कैन करें. 


कांग्रेस का आरोप- 'बीजेपी की है चाल'
कमलनाथ के इन पोस्टरों को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है. कांग्रेस ने इसे बीजेपी की चाल बताया है. कांग्रेस मीडिया विभाग अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि इस पोस्टर अभियान कि हमें चिंता नहीं है, क्योंकि कमलनाथ जनता के दिलों में हैं. बीजेपी मुद्दों से भटकाने के लिए इस तरह के कृत्य कर रही है. यदि बीजेपी डर्टी पॉलिटिक्स पर आई तो हमारे पास भी भ्रष्टाचार के प्रमाणिक तथ्य हैं. 


कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने ट्वीट कर लिखा- 'आदरणीय कमलनाथ जी के आपत्तिजनक पोस्टर लगवाकर भाजपा ने दिखा दिया है कि वह राजनीति के कितने भी निचले स्तर पर जा सकती है, जिस व्यक्ति ने पिछले 44 साल से अपने खून पसीने से मध्य प्रदेश की माटी की सेवा की है और रात दिन प्रदेश के नव निर्माण के लिए तपस्या की है, उसकी छवि बिगाडऩे की कोशिश मध्य प्रदेश की अस्मिता पर हमला है.'


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