मध्य प्रदेश में किसान ही जनप्रतिनिधियों के लिए सत्ता की चाबी को सकता है. यही वजह है कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही किसानों को आकर्षित करने के लिए समय-समय पर कई घोषणाएं भी करती रहती है. इस बार पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस के पुराने चुनाव चिन्ह याद दिलाते हुए कांग्रेस को किसानों का हितेषी बताया है.


मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर काफी गहमा गहमी शुरू हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किसानों का ध्यान अपनी और आकर्षित करने के लिए कांग्रेस के पुराने चुनाव चिन्ह को याद कर लिया है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि किसानों को हमेशा कांग्रेस ने फायदा पहुंचाया है. यदि किसान कांग्रेस पार्टी के अतीत पर जाएं तो उन्हें पता चलेगा कि 1967 तक कांग्रेस का चुनाव चिन्ह दो बैलों की जोड़ी हुआ करता था. इसके बाद उन्होंने यह भी कहा कि 1977 तक कांग्रेस का चुनाव चिन्ह गाय और बछड़ा रखा गया था.


कांग्रेस हमेशा किसानों के हित में फैसला लेती है. किसानों का जन समर्थन हासिल होने की वजह से ही कांग्रेस कई बार सत्ता में आई है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ शिवराज सरकार को किसान विरोधी बताया. पूर्व मुख्यमंत्री का यह भी दावा है कि कांग्रेस की सरकार बनने पर किसानों का ₹200000 तक का कर्ज माफ किया जाएगा. इसके अलावा किसानों को सिंचाई के लिए बिजली की उपलब्धता भी बढ़ाई जाएगी. इसी के साथ किसने को खाद बीज समय पर सस्ती दरों पर उपलब्ध कराया जाएगा. 


किसानों के साथ कांग्रेस ने केवल धोखा किया- कमल पटेल


मध्य प्रदेश सरकार के कृषि कल्याण मंत्री कमल पटेल के मुताबिक चुनाव आते ही कांग्रेस को किसानों की याद आ जाती है. उनका कहना है कि कांग्रेस ने किसानों के साथ धोखा किया. किसानों का 2 लाख का कर्ज माफ नहीं किया. 10 दिनों में कर्ज माफ करने का दावा किया गया था. उन्होंने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश के लाखों किसान कांग्रेस की वादा खिलाफी के कारण डिफाल्टर हो गए, जिन्हें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डिफाल्टर के कलंक से मुक्त कराया है. उन्होंने कहा कि कमलनाथ केवल घोषणाएं कर सकते हैं लेकिन इसे पूरा करने का काम केवल बीजेपी की सरकार कर सकती है.