MP Farmers Protest: मध्य प्रदेश में किसान सोयाबीन का समर्थन मूल्य नहीं मिलने से आक्रोशित हैं. किसान ट्रैक्टर रैली के जरिये लगातार आंदोलन कर रहे हैं. एक बार फिर सिवनी मालवा में किसानों का बड़ा प्रदर्शन होने जा रहा है. 23 सितंबर (सोमवार) को सरकार के खिलाफ किसान सड़क पर उतरेंगे. धरना प्रदर्शन को भारतीय किसान यूनियन, विपक्ष समेत अन्य किसान संगठनों ने भी समर्थन देने का ऐलान किया है. भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत प्रदर्शन में शामिल होंगे.


मंडी प्रांगण में बैठक के बाद किसान रैली निकालेंगे. बता दें कि किसान सोयाबीन का समर्थन मूल्य छह हजार रुपये करने की मांग कर रहे हैं. रैली में किसानों से ट्रैक्टर के साथ आने का आह्वान किया गया है. प्रदर्शन से पहले राकेश टिकैत ने प्रेसवार्ता को संबोधित किया. उन्होंने बताया कि प्रशासन मंडी के बजाय दूसरी जगह आवंटित कर रहा है. मंडी किसानों का उपयुक्त स्थान है. किसान मंडी में इकट्ठा होंगे. राकेश टिकैत ने आरोप लगाया कि सोयाबीन का समर्थन मूल्य पुराना हो चुका है.


सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरेंगे किसान


नये समर्थन मूल्य पर सोयाबीन की खरीदारी की जानी चाहिए. किसानों की छह हजार रुपये की मांग जायज है. उन्होंने कहा कि महंगाई बढ़ी है. किसानों की क्रय शक्ति में कमी आयी है. किसान नेता ने बताया कि आंदोलन से सभी विचारधारा के लोग जुड़े हुए हैं. उन्होंने मांग की कि मंडी परिसर की प्रशासन साफ सफाई और सुरक्षा मुहैया कराये. राकेश टिकैत ने कहा कि मध्य प्रदेश के किसानों को इंसाफ मिलना चाहिए.


सोयाबीन का समर्थन मूल्य छह हजार की मांग


बता दें कि सोयाबीन की 6 हजार प्रति क्विंटल मांग के लिए विपक्ष भी सरकार पर हमलावर है. दो दिन पहले पूरे मध्य प्रदेश में कांग्रेस किसान न्याय यात्रा के तहत सड़क पर उतरी थी. छिंदवाड़ा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, इंदौर में राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह और जीतू पटवारी, धार में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, भिंड में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे और डॉक्टर गोविंद सिंह, भोपाल में पूर्व पीसीसी चीफ अजय सिंह उर्फ राहुल भैया की अगुवाई में बड़ा प्रदर्शन किया गया था. 


ये भी पढ़ें-


रीजनल कॉन्क्लेव से पहले मोहन यादव सरकार ने गिनाईं उपलब्धियां, इन जिलों को मिले करोड़ों के निवेश