MP Corona Update: मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने शुक्रवार को भोपाल स्थित स्टेट वायरोलॉजी लैब का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने कोरोना की जिनोम सीक्वेंसिंग की तैयारियों का भी जायजा लिया. साथ ही उन्होंने कोरोना के सभी मरीजों के सैंपल का जिनोम सीक्वेंसिंग करने के आदेश भी दिए। अब एमपी में भोपाल और इंदौर सहित तीन बड़े अस्पतालों में जिनोम सिक्वेंसिंग जांच होगी। चिकित्सा शिक्षा मंत्री के मुताबिक प्रदेश में कोरोना वायरस के चार एक्टिव केस हैं। पिछले चार दिनों से कोई नया केस सामने नहीं आया है.
कोरोना के नये वेरिएंट की पहचान पर जोर
खास बात यह है कि मध्य प्रदेश कोरोना के नये वेरिएंट की आहट से पहले ही मध्य प्रदेश सरकार अलर्ट मोड में आ गई है. इसका प्रमाण यही है कि चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने खुद पुस्टेट वायरोलॉजी लेबोरेटरी पहुंचकर कोरोना की तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने लैबोरेटरी में व्होल जिनोम सिक्वेंसिंग मशीन का भी निरीक्षण किया. जीनोम सिक्वेंसिंग पर जोर इसलिए दिया जा रहा है ताकि कोरोना के नये वेरिएंट की पहचान हो सके.
एक बार में 96 मरीजों की होगी जीनोम सिक्वेंसिंग
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देश अनुसार पॉजिटिव केसों की जीनोम सिक्वेंसिंग होगी. अब भोपाल में एम्स के बाद अब स्टेट वायरोलॉजी लेबोरेट्री में भी जिनोम सिक्वेंसिंग हो सकेगी. कोरोना के मरीजों को इसका लाभ उठा पाएंगे. अब एक बार में 96 पॉजिटिव केसों की जीनोम सिक्वेंसिंग होगी.
कोरोना से निपटने के लिए 43 हजार बेड तैयार
बता दें कि मध्य प्रदेश में वर्तमान में कोरोना मरीजों के लिए 43 हजार बेड और ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. मध्य प्रदेश में पिछले चार दिनों में कोई भी पॉजिटिव मरीज सामने नहीं आया है. वर्तमान में एमपी में कोरोना के केवल 4 एक्टिव मरीज होम आइसोलेशन में हैं.