मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में सरकारी योजनाओं को बनाने और उनको अमल में लाने के लिए जनभागीदारी का प्रयोग किया जा रहा है.यानी जनता के सुझाव पर मध्य प्रदेश में सरकारी योजनाएं बनेंगी.वैसे इस कवायद को 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों से भी जोड़कर देखा रहा है. इसके लिए प्रदेश भर के लोगों से सुझाव मांगे जा रहे हैं.उनसे पूछा गया है कि सरकारी योजनाओं व कार्यक्रमों को किस तरह से और सशक्त बनाया जाए.इसके लिए मंत्री समूहों का गठन भी किया गया है.आम जनता से प्राप्त सुझावों के आधार पर सरकार योजनाओं का खाका बनाएगी.
शिवराज सरकार को यहां दे सकते हैं अपने सुझाव
प्रदेश का कोई भी व्यक्ति अपने सुझाव 25 मार्च तक www.mp.mygov.in पोर्टल पर दे सकता है.सरकारी डिलेवरी सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए शिवराज सरकार का यह बड़ा कदम माना जा रहा है.
शिवराज मंत्रिमंडल में सहयोगी विश्वास सारंग ने भोपाल में बताया कि 26 और 27 मार्च को मंत्रिमंडल की चिंतन बैठक के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अलग-अलग योजनाओं के क्रियान्वयन को और सुचारू रूप से निष्पादित करने के लिए मंत्री समूह बनाए हैं.मंत्री समूहों की बैठक चल रही है.इसी के साथ अगर योजनाओं में परिवर्तन हेतु यदि जनता के कुछ सुझाव हैं और जिससे उन्हें अधिक लाभ मिल सके,इसके लिए भी सुझाव आमंत्रित किए गए हैं.इन विषयों पर हम दो दिन विचार करेंगे.
पचमढ़ी में चिंतन बैठक करेगी शिवराज सिंह की सरकार
यहां बता दे कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्रियों के साथ 25 से 27 मार्च तक पचमढ़ी में मध्य प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए चिंतन करेंगे.मुख्यमंत्री और मंत्री भोपाल से एक बस में सवार होकर पचमढ़ी के लिए रवाना होंगे.रास्ते में ढाबे पर भोजन करेंगे.पचमढ़ी में ही सरकार की कैबिनेट बैठक भी होगी.इससे पहले मुख्यमंत्री की 26-27 मार्च को मंत्रियों के साथ कान्हा नेशनल पार्क में मंथन करने की योजना थी,जिसे बदलकर अब कान्हा की जगह पचमढ़ी कर दिया गया है.