MP News: स्वास्थ्य विभाग की महिला कर्मचारी को जीते जी कई मिलना तो के बाद तबादला नहीं मिल पाया लेकिन जब महिला कर्मचारी ने मौत को गले लगा लिया तो आत्महत्या के 2 महीने बाद स्वास्थ्य विभाग ने दरियादिली दिखाते हुए महिला कर्मचारी का तबादला कर दिया. यह आदेश सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. इसके अलावा सोशल मीडिया पर सरकारी तबादला तंत्र पर भी खूब सवाल उठाए जा रहे हैं. 


शिवपुरी जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोड़ में 4 सालों तक लगातार तन्वी दबड़े ने परिवार से दूर रहकर अपनी सेवाएं दीं. नर्स तन्वी ने कई बार लिखित आवेदन देकर अपने वरिष्ठ अधिकारियों से गुहार लगाते हुए भोपाल के आसपास कहीं भी तबादला देने की मांग उठाई. तबादला नहीं होने से परेशान तन्वी ने खुदकुशी कर ली. 20 दिसंबर 2022 को तन्वी सरकारी आवास में बेहोश मिली थी, जिसके बाद उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी दुखद मौत हो गई. 




त्रुटि की वजह से लिस्ट में आया मृतका का नाम
इस मामले में शिवपुरी पुलिस मर्ग कायम कर जांच कर रही है. कहा जा रहा है कि तबादला नहीं होने से तन्वी काफी परेशान थी. शायद इसी के चलते उनके द्वारा आत्मघाती कदम उठाया गया. इस घटना के 2 महीने बाद स्वास्थ्य विभाग में महिला कर्मचारी का तबादला शिवपुरी से रायसेन कर दिया. इसका आदेश भी जारी हो गया है.


इस पूरे मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सफाई दे रहे हैं कि तन्वी की मौत की जानकारी राजधानी भोपाल भेज दी गई थी लेकिन किसी कारण से त्रुटि से तबादला सूची में तन्वी का नाम भी आ गया.


महिला कर्मचारी की अंतिम इच्छा पूरी
महिला कर्मचारी के मौत के बाद तबादला सूची में नाम होने के मामले को कांग्रेस ने भी आड़े हाथों लिया है.  कांग्रेस के विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि सरकार को बिना सिफारिश वाले कर्मचारियों की मांग पर भी ध्यान देना चाहिए. महिला कर्मचारी ने तबादला नहीं होने के चलते डिप्रेशन इतना बड़ा कदम उठा लिया. 


सरकार को ऐसी व्यवस्था करना चाहिए ताकि भविष्य में इस प्रकार की दुखद घटना सामने ना आए. जब सरकारी महकमा में हर साल लाखों की संख्या में तबादले होते हैं तो स्वास्थ्य विभाग के महिला कर्मचारी का तबादला भी हो जाना चाहिए था. 


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