जबलपुर: मध्य प्रदेश के लोगों को और महंगाई सहने के लिए तैयार रहना चाहिए. यह कोई कोरी चेतावनी नहीं बल्कि राज्य की तीनों बिजली कंपनियों की तैयारी से मिल रहे संकेत हैं. कोयला आयात के चलते बिजली की कीमतें 20 से 25 पैसे प्रति यूनिट बढ़ सकती हैं. दरअसल केंद्र सरकार ने कहा है कि कोयले का आयात करने वाले राज्यों को ही देश से कोयला दिया जाएगा.
कोयला आयात पर सरकार ने क्या कहा है
मध्य प्रदेश में बिजली उत्पादन में कोयले की कमी को दूर करने के लिए अब विदेशों से कोयला आयात करने का फैसला लिया गया है. इसे मध्य प्रदेश में कोयले की कमी तो दूर हो जाएगी, लेकिन इसका असर बिजली के दाम पर भी पड़ेगा. मध्य प्रदेश के ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे का कहना है कि कोयले की आपूर्ति के लिए विदेशों से जो कोयला मंगाया जा रहा है, उससे आने वाले दिनों में बिजली की दरों में मामूली बढ़त हो सकती है. संजय दुबे ने कहा कि प्रति यूनिट 20 से 25 पैसे की बढ़ोतरी हो सकती है.
बिजली की कीमतों में कितनी हो सकती है बढोतरी
प्रमुख सचिव उर्जा संजय दुबे ने जबलपुर में पत्रकारों से चर्चा में कहा कि कोयले की आपूर्ति के लिए विदेशों से कोयला मंगाया जा रहा है. केंद्र सरकार ने भी अनिवार्य रूप से कोयला आयात का आदेश दिया है. केंद्र सरकार ने कहा है कि यदि कोयला आयात न किया तो देश से भी कोयला नहीं मिलेगा. हालांकि उन्होंने कहा कि राहत की बात यह है कि कोयला आयात डिमांड का 10 फीसदी ही होगा और तकरीबन 90 फीसदी कोयला अभी भी पुरानी दरों पर ही खरीदा जाएगा. इसकी वजह से बिजली की दरों में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी देखने को नहीं मिलेगी. उन्होंने कहा कि कोयला आयात की वजह से बिजली की दरों में 20 से 25 पैसे प्रति यूनिट की मामूली बढ़ोतरी हो सकती है.
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