MP Government News: मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) की कैबिनेट की बैठक अचानक कैंसिल हो गई. इसे लेकर सरकार गुजरात चुनाव को कारण बता रही है, जबकि विपक्ष ने इस मुद्दे पर शिवराज सरकार को घेरा है. विपक्ष ने आरोप लगाया कि किसान और डॉक्टर्स के आंदोलन से सरकार भयभीत है. इसी वजह से कैबिनेट की बैठक को कैंसिल कर दिया गया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट की बैठक पहले घोषित हो गई थी. मंगलवार को बैठक होने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी. बाद में बैठक को कैंसिल कर दिया गया.


सरकार की ओर से कारण बताया गया कि गुजरात चुनाव में प्रचार करने के लिए कई मंत्री गए हुए हैं, इसलिए बैठक को कैंसिल कर दिया गया. दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह शिवराज सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि भोपाल में 2 बड़े प्रदर्शन चल रहे हैं. एक तरफ किसान संघ अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहा है वहीं दूसरी तरफ डॉक्टर भी अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं. इन आंदोलनों से सरकार डर गई है. इसी वजह से कैबिनेट की बैठक को निरस्त कर दिया गया. नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने यह भी कहा कि गुजरात चुनाव की जानकारी पहले से ही थी. इसके अलावा मंत्रियों के गुजरात में होने की खबर भी पहले से थी. बावजूद इसके कैबिनेट की बैठक रखी गई थी. 


60 हजार पदों की भर्ती नवंबर माह में


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट की बैठक कैंसिल होने के बाद मंत्री कमल पटेल, यशोधरा राजे सिंधिया, ओमप्रकाश सकलेचा के साथ बैठक की. इस बैठक में प्रदेश के प्रमुख सचिव, मुख्य सचिव सहित आला अधिकारी भी शामिल हुए. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में 1 लाख पदों की भर्ती होनी है. इस भर्ती प्रक्रिया को जल्द ही शुरू किया जाए. सरकार नवंबर माह में ही 60 हजार पदों की भर्ती शुरू करने जा रही है. 


राहुल के दौरे से राजनीति गरमाई


उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश में प्रवेश कर रही है. इसे लेकर पूरे प्रदेश की राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. जहां एक तरफ सरकार अपनी योजनाओं और बेरोजगारी खत्म करने के वादों को पूरा करने की कोशिशों में जुटी है, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस सरकार के खिलाफ माहौल बनाने में तेजी से जुट गई है. इन सबके बीच प्रदेश में बयानबाजी का दौर भी चल रहा है. 


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