मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक संविदा शिक्षक की काली कमाई का आंकड़ा जानकर आप भी चौंक जाएंगे. 16 साल में उसने करोड़ों रुपये की संपत्ति बनाई है. एजुकेशन सेक्टर की कई बड़ी-बड़ी दुकानें खोल ली. आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) के शिकंजे में फंसे इस संविदा शिक्षक के ऐशो-आराम को देखकर जांच टीम भी अचंभित रह गई. यहां बता दें प्रशांत के खिलाफ किसी ने आय से अधिक संपत्ति मामले में शिकायत की थी.
ग्वालियर में ईओडब्ल्यू के शिकंजे में आया संविदा शिक्षक प्रशांत सिंह परमार जबरदस्त लग्जरी लाइफ जी रहा था. प्रशांत विदेशों में घूमने का शौकीन निकला. उसके पास कई देशों के वीजा मिले. पिछले साल उसने पत्नी और बच्चों के साथ अमेरिका में एक महीने तक मौज मस्ती की थी. आरोपी के ग्वालियर स्थित दफ्तर बड़े-बड़े रईसों के ऑफिस जैसे हैं. उसके दफ्तर 17 लाख रुपये कीमत के केवल कांच के फर्नीचर थे.
ईओडब्ल्यू से मिली जानकारी के मुताबिक साल 2006 में 3500 रुपए महीने में संविदा शिक्षक बना प्रशांत महज 16 साल में 27 कॉलेजों का मालिक बन गया. जांच में ईओडब्ल्यू को प्रशांत के पास महंगी गाड़ी और घड़ियों का कलेक्शन भी मिला है. शनिवार को संविदा शिक्षक प्रशांत के एक दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर छापा मार कार्रवाई की गई थी, जिसमें अब चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. मूलतः राजस्थान के रहने वाला प्रशांत ने जल्द ही सियायत में उतरने की तैयारी में था.
इसी मामले को लेकर ईओडब्ल्यू की टीम शनिवार को सहायक शिक्षक प्रशांत परमार के सत्यम टावर स्थित घर पहुंची. यहां के अलावा ईओडब्ल्यू ने उसके आधा दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर रेड की थी.
इस रेड में ही पता चला कि 2006 से सहायक शिक्षक की नौकरी कर रहा प्रशान्त सिंह परमार आज 24 डीएड, 3 बीएड कॉलेज और 3 नर्सिंग कॉलेज सहित 27 कॉलेजों का मालिक है. ग्वालियर में प्रशांत के 2 मकान और चार दफ्तर होने की जानकारी के साथ जमींन, बैंक एकाउंट्स और लॉकर के दस्तावेज भी मिले हैं.
रेड में परमार की कई संपत्ति का खुलासा हुआ
बताया जाता है कि प्रशांत मूलतः राजस्थान के बाड़ी का रहने वाला है.उसका काली कमाई का यह नेटवर्क झारखंड तक फैला हुआ है. फिलहाल उसके खिलाफ कार्रवाई जारी है. अधिकारियों के अनुसार पूरी जांच के बाद 25-30 करोड़ से अधिक की सम्पत्ति का खुलासा हो सकता है. जांच के दौरान ये भी जानकारी मिली है कि प्रशांत अगले साल राजस्थान में विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था. जिसके लिए पिछले दिनों उसने राजस्थान के बाड़ी इलाके में कई आयोजन भी किए थे.
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