भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) द्वारा हॉल मार्क का चार्ज बढ़ाए जाने का असर सोने की ज्वेलरी पर भी पड़ने वाला है. प्रदेश के कुछ स्थानों पर यह नया चार्ज लागू कर दिया गया है, जबकि अधिकांश स्थानों पर नए वित्तीय वर्ष में नया चार्ज लागू होना तय माना जा रहा है. 


उल्लेखनीय की बीआईएस द्वारा बिना हाल मार्क की ज्वेलरी बेचने पर कड़ी कार्रवाई का नियम बनाया गया है. ऐसी स्थिति में सोने की ज्वेलरी पर हॉल मार्किंग बेहद आवश्यक हो गई है. हॉल मार्किंग पर अभी तक प्रति नग 41.30 रुपये (जीएसटी सहित) चार्ज लग रहा था लेकिन बीएसआई ने इसका चार्ज बढ़ा दिया है.


MP DA Hike: मध्य प्रदेश के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 11 फीसदी की बढ़ोत्तरी, जानें कब से लागू होगा नया डीए?


अब जीएसटी सहित 53.10 रुपये  शुल्क लगेगा. यह शुल्क प्रत्येक ज्वेलरी पर लगने वाला है. इससे ज्वेलरी की कीमत में कुछ बढ़ोतरी देखने को मिलेगी. वर्तमान में ज्वेलरी के साथ साथ सोने के भाव में भी उछाल देखने को मिल रहा है. सोना 52000 से 54000 के बीच ऊपर-नीचे हो रहा है.


बुधवार को सोने के भाव 52500 रुपये प्रति 10 ग्राम है. कोरोना की वजह से विवाह समारोह का रंग फीका हो गया था जो धीरे-धीरे पहले की तरह देखना शुरू हुआ है, मगर महंगाई की वजह से अभी भी पहले जैसा रंग नहीं जम पाया है. दूसरी तरफ विवाह समारोह के लिए सबसे महत्वपूर्ण सामग्री ज्वेलरी के भाव भी अलग-अलग कारणों से बढ़ने लगे हैं, जिसे लेकर उपभोक्ताओं की चिंता भी बढ़ रही है.


ज्वेलरी की कीमत पर पड़ता है इनका भी असर


सर्राफा एसोसिएशन उज्जैन के सचिव शिव नारायण सोनी बताते हैं कि बीआईएस द्वारा 18 फ़ीसदी की बढ़ोतरी की गई है. हॉल मार्क चार्ज में बढ़ोतरी का असर निश्चित रूप से ज्वेलरी पर पड़ेगा. छोटे-छोटे खर्च से लगातार ज्वेलरी के दाम बढ़ रहे हैं. ग्राहक को सोने की आभूषण के साथ हॉल मार्किंग चार्ज, जीएसटी, मेकिंग चार्ज सभी देना होता है, इसलिए ज्वेलरी के दाम पर असर पड़ता है. मध्य प्रदेश में हर साल लाखों की संख्या में आभूषण बिकते हैं. ऐसे में हॉल मार्किंग चार्ज के दाम में बढ़ोतरी से करोड़ों रुपए की राशि ज्वेलरी पर बढ़ जाएगी. 


इसे भी पढ़ें:


Russia Ukraine War: मध्य प्रदेश में आशियाना हुआ महंगा! जानें कितनी फीसदी तक बढ़ा मकानों का कंस्‍ट्रक्‍शन कॉस्‍ट?