Bhopal News: मध्य प्रदेश में हर घर तिरंगा अभियान पर सरकार का विशेष ध्यान है. सरकार तिरंगा अभियान को लेकर प्रदेश भर में जन जागरूकता अभियान के तहत प्रचार-प्रसार कर रही है. आजादी के अमृत महोत्सव के तहत केंद्र और राज्य सरकार इस अभियान को सफल बनाने के लिए पूरी कोशिश कर रही है. वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सीएम हाऊस में बैठक करते हुए तमाम जिलों के कलेक्टरों से वीडियो कांफ्रेंसिंग में कहा है कि तिरंगा हमारी शान, सम्मान और राष्ट्रभक्ति का प्रतीक है. मध्य प्रदेश में 'हर घर तिरंगा' अभियान को बहुआयामी स्वरूप दिया जाएगा. 


वीसी के जरिए CM ने की समीक्षा बैठक
मुख्यमंत्री 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान की तैयारियों और वृहद पौधा-रोपण के अंकुर अभियान की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे. मध्य प्रदेश में हर घर तिरंगा अभियान विशेष रूप से 13 से 15 अगस्त के बीच केंद्रित रहेगा. अभियान की विभिन्न गतिविधियां 11 से 17 अगस्त तक चलेंगी. मुख्यमंत्री ने बैठक में वीडियो कांफ्रेंस से कलेक्टरों से चर्चा भी की है. सीएम ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव पर 'हर घर तिरंगा' एक अद्भुत अभियान है.


ज्यादा से ज्यादा लोगों को अभियान से जोड़ें
यह राष्ट्रभक्ति की भावना को दृढ़ बनाने का संकल्प है. यह हर किसी का कार्यक्रम है. उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर 'हर घर तिरंगा' अभियान को सफल बनाने के लिए अपने जिले में तत्काल बैठक करें. धर्मगुरु राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता, शहरवासी, संघ के प्रमुख पदाधिकारी, व्यापारी बंधु, एनजीओ एवं अन्य साहित्यिक, सांस्कृतिक क्षेत्रों के प्रमुख लोगों के साथ बैठक कर ज्यादा से ज्यादा लोगों को अभियान से जुड़ने के लिए प्रेरित किया जाए. सबकी सहभागिता के साथ अभियान के लिए हम जुटेंगे तो अच्छे परिणाम मिलेंगे. 


इस तरह करें लोगों को जागरूक
अभियान के लिए आवश्यक वातावरण का निर्माण किया जाए. कलेक्टर से कोटवार तक सभी व्यक्ति सहयोग दें. मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न भजन मंडलियों और स्थानीय कलाकारों का सहयोग भी लिया जाए. 13 अगस्त को अभियान शुरू होने से पूर्व नगरों और बस्तियों में प्रभात फेरियां भी निकाली जाएं. हाथ में राष्ट्रध्वज लेकर चलने से अन्य नागरिकों को प्रेरणा मिलेगी. सोशल मीडिया पर भी इसकी फोटो एवं वीडियो अपलोड कर लोगों को प्रेरित किया जा सकता है. आवश्यक हो तो नगरों में मैराथन, कवि सम्मेलन के कार्यक्रम कर सहभागिता करने वालों को पुरस्कार भी प्रदान किए जाएं.


महिलाओं की भी हो भागीदारी


कारखानों में प्रबंधन को अभियान को सफल बनाने के लिए श्रमिक बंधुओं को जोड़ने का काम करना चाहिए. विभिन्न व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में काम करने वालों, हाथ ठेला चालकों, स्ट्रीट वेण्डर्स, ऑटो रिक्शा चालकों आदि की भागीदारी भी जुटाई जाए. स्व-सहायता समूह की सदस्य महिलाएं इसमें हिस्सा लें. निर्वाचित पंचायत पदाधिकारी और पार्षद बड़ी संख्या में अभियान में शामिल हो सकते हैं.


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