(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MP News: एमपी के इस शहर में एक ही दिन में 3 लोगों की हार्ट अटैक से मौत, पुलिस ने बताई हैरान करने वाली वजह
MP Latest News: मामले में एक ट्रक ड्राइवर की उस समय मौत हो गई, जब वह ट्रक की केबिन में बैठे थे. पुलिस ने घटना की जानकरी मिलते ही शव को कब्जे में ले लिया.
Indore News: मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में एक ही दिन में कार्डियक अरेस्ट के तीन मामले सामने आये. जिनको अटैक आया उनकी कोई मेडिकल हिस्ट्री नहीं है. मृतकों की उम्र 41, 42 और 57 साल है. इनमें से दो मृतक अचानक दोपहिया वाहन से सड़क पर गिर गए, जबकि तीसरा शख्स ट्रक के केबिन में ही बेहोश हो गया. मौत का कारण जानने के लिए पुलिस ने ऑटोप्सी जांच करायी. पुलिस का मानना था कि तीनों को साइलेंट हार्ट अटैक आया था.
पहली घटना
आजाद नगर इलाके में स्थित एमवाय अस्पताल के एक कर्मचारी सोमवार (22 जनवरी) की शाम को अपना काम खत्म करने के बाद दोपहिया वाहन से घर लौटते समय मौत हो गई. पुलिस के मुताबिक, मृतक की पहचान आजाद नगर इलाके के रहने वाले अजीज खान (41) के रूप में हुई है. अजीज की भतीजी हिना ने बताया कि अजीज अपना काम खत्म कर दोपहिया वाहन से घर लौट रहे थे. अजीज खान शाम करीब 6 बजे मूसाखेड़ी चौराहे के पास चलती बाइक से सड़क पर गिर गए, उनकी पत्नी की मृत्यु कोविड के कारण हो गई थी और उनके कोई बच्चा नहीं था.
दूसरी घटना
इसी तरह जिला अदालत के स्टांप पेपर विक्रेता की परदेशीपुरा इलाके में दोपहिया वाहन से घर लौटते समय मौत हो गई. मृतक की पहचान पीर गली निवासी रमेश उपाध्याय (57) के रूप में हुई. रमेश के जीजा कैलाश ने बताया कि वह एक सामाजिक संस्था के कोषाध्यक्ष थे और सामाजिक कार्य के लिए मालवा मिल गए थे. राजकुमार ब्रिज के पास सड़क किनारे अचेत अवस्था में मिले. उन्हें अटैक आया और वे चलती गाड़ी से गर गए थे. रमेश उपाध्याय को अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
तीसरी घटना
कार्डियक अरेस्ट का तीसरा मामला सोमवार (22 जनवरी) देर रात लसूड़िया थाना क्षेत्र का है, जहां एक ट्रक ड्राइवर की उस समय मौत हो गई जब वह ट्रक की केबिन में बैठा था. पुलिस को घटना की जानकारी रात करीब 2:30 बजे मिली. मृतक की पहचान भोपाल निवासी रफीक खान (42) के रूप में हुई. वह देवास नाका के पास एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के कार्यालय में थे, जब वह ट्रक के स्टीयरिंग पर बेहोश होकर गिर पड़े. परिवार के सदस्यों ने पुलिस को बताया कि वह कुछ महीनों से सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, वह इस बीमारी का इलाज भी करा रहे थे.
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