Madhya Pradesh Heat Wave: मार्च में गर्मी के तापमान ने 121 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. अब अप्रैल में भी रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है. ऐसी उम्मीद की जा रही है कि अप्रैल में भी तापमान रिकॉर्ड बना सकता है. मौसम विभाग (weather department) के अधिकारी लगातार तापमान पर नजर रख रहे हैं. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में अभी तक ये कहा जाता रहा है कि यहां पर बहुत ज्यादा गर्मी और ज्यादा ठंड का असर देखने को नहीं मिलता है. लेकिन, इस बार कुछ अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है. मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक मार्च के महीने में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ी है. उज्जैन (Ujjain) की जीवाजी राव वेधशाला के अधीक्षक डॉ राजेंद्र गुप्त (Dr Rajendra Gupta) के मुताबिक मार्च के महीने में औसत तापमान 30.73 डिग्री दर्ज किया गया. ये तापमान साल 1901 में दर्ज किया गया था. इस प्रकार 121 साल बाद एक बार फिर रिकॉर्ड टूटा है. गर्मी में भी औसत तापमान लगातार ऊपर उठ रहा है.
इन शहरों ने बनाया रिकॉर्ड
मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक उज्जैन, ग्वालियर, भोपाल, इंदौर आदि संभागीय मुख्यालय पर औसत तापमान 30.73 डिग्री दर्ज किया गया है. साल 2004 में ये तापमान 30.67 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था. इस बार 0.6 डिग्री तापमान अधिक दर्ज हुआ है.
चिकित्सकों ने दी गर्मी से बचने की सलाह
शासकीय चिकित्सक जितेन्द्र शर्मा के मुताबिक गर्मी से बचने के लिए लोगों को अभी से प्रयास करने चाहिए. दोपहर 12 से 3 बजे के बीच लू चलने की भी संभावना रहती है. गर्मी का तापमान जब अधिक रहे तब घर से निकलना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है. इसके अलावा गर्मी से बचने के लिए सिर पर टोपी, काला चश्मा और मास्क आदि का उपयोग किया जाना चाहिए. चिकित्सकों का ये भी कहना है कि अति आवश्यक परिस्थिति में घर से निकलना पड़े तो पानी का भरपूर उपयोग करते हुए ही निकले, इसके अतिरिक्त खानपान का भी विशेष ध्यान रखने की जरूरत है. गर्मी के दिनों में फ्रूट जूस का भरपूर उपयोग किया जाना चाहिए. इसके अलावा आवश्यकता अनुसार ओआरएस का घोल भी लेते रहना चाहिए.
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