MP Weather: सावधान! बाहर निकलने से पहले जानें मौसम का हाल, इन जिलों में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी
MP Weather News: मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में अति वर्षा की संभावनाओं के चलते मौसम विभाग में रेड अलर्ट जारी कर दिया है. आने वाले 2 दिनों में एमपी में भारी बारिश की संभावना जताई गई है.
MP Heavy Rain Alert: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में मानसून (Monsoon) एक्टिव होने के बाद लगातार बारिश हो रही है. मौसम विभाग (Weather Department) ने मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट (Red Alert) जारी किया है. रेड अलर्ट जिलों पर स्थानीय प्रशासन के द्वारा खास नजर रखी जा रही है. मौसम विभाग का कहना है कि 4 अगस्त को भी भारी बारिश की संभावनाओं को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया है.
मध्य प्रदेश में पिछले साल की तुलना में इस बार अधिक वर्षा दर्ज की गई है. मौसम विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक विदिशा, रायसेन, नर्मदा पुरम, बेतूल, डिंडोरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और बालाघाट जिले में भारी बारिश की संभावना है. इसके अलावा 4 अगस्त को भी नर्मदा पुरम, बेतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला जिले में भारी बारिश की संभावनाओं के बीच रेड अलर्ट जारी किया गया है. शहडोल में अतिवृष्टि के चलते कलेक्टर ने 3 और 4 अगस्त को प्राइमरी से लेकर हायर सेकेंडरी तक के सभी स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी है.
मध्य प्रदेश के इन जिलों रहेगा ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के हरदा, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, भिंड, सतना, रीवा, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, कटनी, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. विभाग ने 4 अगस्त को भी इन जिलों में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है.
मौसम विभाग इन जिलों के जारी किया येलो अलर्ट
रेड और ऑरेंज के अलावा मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में येलो अलर्ट भी जारी किया है. इनमें सीहोर, भोपाल, राजगढ़, बुरहानपुर, खंडवा, देवास, धार, इंदौर, शाजापुर, ग्वालियर, मुरैना, शिवपुर, सीधी, सिंगरौली जिले शामिल है. 4 अगस्त को उक्त जिलों के साथ-साथ जबलपुर, डिंडोरी, सागर, रीवा, राजगढ़ में भी यलो अलर्ट रहेगा.
किसानों को मौसम विभाग ने दी ये सलाह
मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक किसानों को उर्वरक प्रयोग एवं रसायन छिड़काव को स्थगित कर देना चाहिए. इसके अलावा जल निकासी की उचित सुविधाजनक व्यवस्था सुनिश्चित करना चाहिए. वर्तमान समय में फंगल संक्रमण पर भी निगरानी रखने की जरूरत है. धान के खेतों में जल संग्रहण और वज्रपात से सुरक्षा और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.
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