Jabalpur High Court News: मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के एक जज ने न्यायपालिका की शुचिता (Purity) के लिए अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है. जज साहब की बेटी जल्द ही वकील बनकर मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के साथ जिला अदालतों में प्रैक्टिस करने जा रही है. इसलिए उन्होंने अपना तबादला राज्य के बाहर करवा लिया है. जज साहब के इस निर्णय की जमकर तारीफ भी हो रही है. जस्टिस श्रीधरन (Justice Sreedharan) ने 23 जनवरी 2023 को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) कॉलेजियम को अपने तबादले के लिए निवेदन का पत्र भेजा था.


जम्मू कश्मीर हो गया स्थानांतरण 
यहां बता दे कि मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के जस्टिस अतुल श्रीधरन ने सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम से निवेदन किया था कि उनका तबादला राज्य से बाहर कर दिया जाए. सुप्रीम कोर्ट ने उनकी अर्जी को स्वीकार करते हुए उन्हें जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय भेजने की अनुशंसा की है.


सुप्रीम कोर्ट में भेजे पत्र में भी किया जिक्र
जस्टिस श्रीधरण ने सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम को भेजे पत्र में कहा था कि उनकी बड़ी बेटी अगले वर्ष से जिला अदालत व हाई कोर्ट की इंदौर पीठ में वकालत की शुरुआत करेगी. उनका कहना है कि जब उनकी बेटी प्रैक्टिस शुरू करेगी, तब वे मध्य प्रदेश में पदस्थ नहीं रहना चाहते हैं. भारत के प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस संजय किशन कौल, जस्टिस केएम जोसफ, जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस अजय रस्तोगी की कॉलेजियम ने जस्टिस श्रीधरन के निवेदन पर विचार विमर्श किया और उसे स्वीकार करते हुए अनुशंसा की है कि बेहतर न्यायिक प्रशासन के लिए उनका स्थानांतरण जम्मू- कश्मीर एंड लद्दाख कर दिया जाए.


जज की जमकर हो रही है तारीफ
गौरतलब है कि जस्टिस श्रीधरन को 7 अप्रैल 2016 में मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में न्यायाधीश बनाया गया था. हाई कोर्ट की इंदौर पीठ में सेवाएं देने के बाद वे कुछ समय मुख्य पीठ जबलपुर में भी पदस्थ रहे. वर्तमान में जस्टिस श्रीधरन हाई कोर्ट की ग्वालियर पीठ में पदस्थ हैं. प्रदेश हाई कोर्ट के जस्टिस अतुल श्रीधरन की इस पहल की जमकर तारीफ हो रही है. जबलपुर डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के सचिव राजेश तिवारी का कहना है कि जस्टिस श्रीधरन ने न्यायपालिका की शुचिता के लिए अनुकरणीय पहल की है, जो आगे चलकर सभी के लिए नजीर बनेगी.


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