MP News: 'मेरा बेटा भी इसी कोर्ट में कर रहा है प्रैक्टिस इसलिए...', MP हाईकोर्ट के जज ने क्यों मांगा तबादला?
MP News: एमपी हाईकर्ट के जस्टिस सुजॉय ने कहा कि मैं जिस कोर्ट में जज हूं, अगर मेरा बेटा भी इसी कोर्ट में प्रेक्टिस करेगा तो यह उचित नहीं होगा. इसलिए उन्होंने अपना ट्रांसफर स्टेट से बाहर करवा लिया.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के सीनियर जज सुजॉय पॉल ने बेटे की खातिर अपना तबादला राज्य से बाहर करवा लिया है. बेटे के मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में वकालत शुरू करने पर पिता जस्टिस सुजॉय पॉल ने अनुकरणीय पहल करते हुए अपना तबादला तेलंगाना करा लिया. जस्टिस पॉल जल्द ही तेलंगाना हाईकोर्ट में जॉइनिंग करेंगे. न्यायिक क्षेत्र में कहा जा रहा है कि जस्टिस पॉल ने हितों के टकराव से बचने के लिए तबादला लिया है.
जस्टिस सुजय पाल ने नैतिकता की मिसाल पेश करते हुए अपना तबादला करने का पत्र सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम को भेजा था. उन्होंने अनुरोध किया कि, "वे जिस हाई कोर्ट में जज के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और यदि उनका बेटा भी वही प्रेक्टिस करेगा तो यह उचित नहीं होगा. इसलिए उनका स्थानांतरण कर दिया जाए."
कॉलेजियम ने स्वीकार किया जस्टिस सुजॉय पॉल की अनुरोध
दरअसल, कुछ समय पहले न्यायमूर्ति जस्टिस सुजय पाल के बेटे कबीर पॉल ने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में एडवोकेट के रूप में अपनी प्रैक्टिस शुरू की थी. पूर्व में जस्टिस सुजॉय पॉल मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की इंदौर बेंच में प्रशासनिक जज के रूप में पदस्थ थे. इसके बाद उनका तबादला मुख्य पीठ जबलपुर कर दिया गया, जहां उनके पुत्र कबीर पॉल अधिवक्ता के तौर पर प्रैक्टिस कर रहे थे. जस्टिस सुजॉय पॉल न्यायिक शुचिता का ध्यान रखते हुए मध्य प्रदेश से बाहर अपने तबादले की पहल की. सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले पांच सदस्यीय कॉलेजियम ने उनका अनुरोध स्वीकार कर लिया. कॉलेजियम ने जस्टिस सुजॉय पॉल के निवेदन को स्वीकार करते हुए उन्हें तेलंगाना हाईकोर्ट स्थानांतरित कर दिया है.
जस्टिस सुजॉय पॉल ने की ट्रांसफर की मांग
इस संबंध में जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि न्याय के बेहतर प्रबंधन के लिए ऐसा किया गया है. इसमें कहा गया है कि 12 फरवरी को जस्टिस सुजॉय पॉल ने इस आधार पर ट्रांसफर की मांग की थी कि उनका बेटा भी मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहा है. यहां बताते चले कि वर्तमान में मध्यप्र देश हाई कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमठ सहित 40 न्यायाधीश पदस्थ हैं. जस्टिस पॉल के तबादले के बाद यह संख्या 39 रह जाएगी. कुल स्वीकृत पद 53 के मुकाबले मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में 14 न्यायाधीशों की कमी है.
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