गर्मी बढ़ने के साथ ही पर्यटकों से गुलजार हुई झीलों की नगरी भोपाल, समर वेकेशन में इन जगहों का जरूर करें दीदार
Tourist Places in MP: भोपाल में बढ़ती गर्मी के बीच पर्यटक स्थलों पर पर्यटकों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. झीलों की नगर कहे जाने वाले भोपाल में कई पर्यटक स्थल है.
MP Tourism in Summers: मध्य प्रदेश में स्कूलों में परीक्षाओं के बाद समर वेकेशन के दौर जारी है. ऐसे में बच्चे शाम ढलते ही अपने परिजनों के साथ राजधानी भोपाल के पर्यटन स्थलों पर घूमने के लिए निकल जाते हैं. इतना ही नहीं देश के अनेक राज्यों से भी पयर्टक राजधानी भोपाल घूमने के लिए आ रहे हैं. सुबह से लेकर देर रात तक भोपाल के पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ उमड़ी रहती है.
झीलों की नगरी में बढ़ी पर्यटकों की संख्या
भोपाल शहर को झीलों का नगरी भी कहा जाता है. इन दिनों समर वैकेशन चल रहे हैं ऐसे में देश के अनेक राज्यों से पर्यटक भोपाल घूमने के लिए आ रहे हैं. राजधानी भोपाल झीलों की नगरी तो कहलाता ही है साथ ही यहां की भोपाली भाषा पूरे देश में फेमस है. वही खान-पान से लेकर लोक संस्कृति के मामले में यह शहर समृद्ध माना जाता है.
इन पर्यटन स्थलों पर उमड़ रहे पर्यटक
भोपाल की भोजताल झील पूरे देश में फेमस है. शहर की व्यस्त जिंदगी और चिलचिलाती गर्मी के बीच भोजताल एक ठंडक भरा स्थान है. भोजताल तालाब के ऊपर बनी वीआईपी सडक़ भोपाल की सुंदरता में चार लगाती है. बीच तालाब में स्थित राजाभोज की प्रतिमा सभी के आकर्षण का केन्द्र है. इसी के पास एक छोटी झील भी है, जिसे लोअर लेक के नाम से जाना जाता है. समर वेकेशन में लोग अपने परिजनों के साथ भोजताल झील और लोअर झील को निहारने आ रहे हैं.
बाघों की दहाड़ से गूंजता है वन विहार नेशनल पार्क
राजधानी भोपाल में वन विहार नेशनल पार्क भी है. 445 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला वन विहार नेशनल पार्क भारत के सबसे लोकप्रिय राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है. भोपाल घूमने आने वालों के लिए यह स्थान खास माना जाता है. राजधानी भोपाल आने वाले फिल्म स्टार हो या देश के बड़े उद्योगपति सभी यहां जरुर आते हैं. वन विहार में बाघ, तेंदुए, पैंथर, शेर, भालू और घडियाल आदि जंगली जानवर हैं.
शानदार पिकनिक स्पॉट है केरवा डेम
भोपाल में केरवा डेम भी है, जो शानदार पिकनिक स्पॉट है. शहर में महज 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित केरवा डेम पर सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक पर्यटकों के आने जाने का सिलसिला बना रहता है. यह बांध प्राकृतिक दृश्यों, एडवेंचर खेलों के लिए आदर्श माना जाता है. यह बांध लगभग 69 किलोमीटर क्षेत्र में फैला है.
इसके अलावा भी राजधानी भोपाल में बिड़ला मंदिर, भारत भवन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय, मनु भानु की टेकरी, गुफा मंदिर, ताज उल मस्जिद, जामा मस्जिद, गौहर महल, शौकल महल, क्षेत्रीय विज्ञान केन्द्र, मछलीघर आदि शामिल हैं, जहां सुबह से लेकर देर रात तक पर्यटक पहुंच रहे हैं.
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