MP Administrative Reshuffle: मध्य प्रदेश के सामान्य प्रशासन विभाग ने एक बार फिर भारतीय प्रशासनिक सेवा के कुछ अधिकारियों के ट्रांसफर की सूची जारी की है. खास बात यह रही कि 2 दिन में ही भोपाल कलेक्टर का आदेश पलट गया है. आईएएस कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने भोपाल कलेक्टर के पद पर पदभार ग्रहण नहीं किया, इसके पहले ही आदेश को संशोधित करते हुए एमपीआरडीसी के प्रबंध संचालक आईएएस आशीष सिंह (Ashish Singh) को भोपाल कलेक्टर (Bhopal Collector) बना दिया गया.
आशीष सिंह के कार्यकाल में ही स्वच्छता में नंबर-1 बना था इंदौर
भोपाल कलेक्टर के रूप में आईएएस अविनाश लवानिया लंबे समय से सेवाएं दे रहे थे. उन्हें एमपीआरडीसी के प्रबंध संचालक के रूप में नई जिम्मेदारी दी गई है. उनके स्थान पर आशीष सिंह को भोपाल कलेक्टर बनाया गया है. आशीष सिंह पूर्व में देवास कलेक्टर, इंदौर नगर निगम आयुक्त, उज्जैन नगर निगम आयुक्त और उज्जैन कलेक्टर के रूप में काम चुके हैं. उनके कार्यकाल में ही इंदौर स्वच्छता के मामले में नंबर वन आया था.
इसके बाद उन्हें महाकाल मंदिर विस्तारीकरण के पहले चरण की जिम्मेदारी मिली थी. उज्जैन कलेक्टर और महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने इस जिम्मेदारी का भी निर्वहन किया. कुछ ही महीनों पहले उन्हें उज्जैन कलेक्टर के पद से हटाकर भोपाल में एमपीआरडीसी की जिम्मेदारी मिली थी. वहीं आईएएस कौशलेंद्र विक्रम सिंह को मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम का प्रबंध संचालक बनाया गया है. तबादला सूची के मुताबिक एस विश्वनाथन को मध्य प्रदेश जल निगम का प्रबंध संचालक बनाते हुए नई जिम्मेदारी सौंपी गई है .
कोरोना के हालात बिगड़ने पर मिली थी जिम्मेदारी
आईएएस आशीष सिंह को इंदौर निगम कमिश्नर के पद से उज्जैन कलेक्टर के रूप में उस समय जिम्मेदारी मिली थी, जब उज्जैन में कोरोना के हालात बिगड़ गए थे. इंदौर में कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे थे. इस दौरान कलेक्टर के रूप में आशीष सिंह को भेजकर सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए पर्याप्त कदम उठाने के निर्देश दिए थे.
इस काम में आईएएस आशीष सिंह को सफलता भी मिली थी. यह इत्तेफाक ही है कि आशीष सिंह को फिर ऐसी जगह (भोपाल) का कलेक्टर बनाकर भेजा गया है जहां वर्तमान कोरोना के मरीज सबसे अधिक बढ़ रहे हैं. भोपाल में 64 कोरोना मरीज सक्रिय हैं.
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