Madhya Pradesh News: खंडवा (Khandwa) में परियोजना क्रियान्वयन एजेंसी (PIU) के एक एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस इंदौर (Indore) की टीम ने रंगे हाथ पकड़ा है. खंडवा, खरगोन (Khargone), बड़वानी (Barwani) और बुरहानपुर (Burhanpur) जिले के संभागीय एग्जीक्यूटिव इंजीनियर पीयूष अग्रवाल द्वारा एक कंसल्टेंसी फार्म से 10 लाख रुपये का बिल पास करने के लिए 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी गई थी.


लगभग 10 लाख का बिल पास कराने के लिए मांगी रिश्वत
शिकायतकर्ता नितिन मिश्रा ने बताया कि वह अपनी कंसल्टेंसी चलाते हैं. उनका कुछ काम का करीब 10 लाख रुपये का बिल था. इस बिल के भुगतान को लेकर संभागीय एग्जीक्यूटिव इंजीनियर पीयूष अग्रवाल लगातार रिश्वत की मांग कर रहे थे. नितिन ने परेशान होकर इंदौर लोकायुक्त में शिकायत की और संभागीय एग्जीक्यूटिव इंजीनियर पीयूष अग्रवाल रंगे हाथों पकड़े गए.


लोकायुक्त इंस्पेक्टर विजय चौधरी ने कहा
नितिन मिश्रा अपनी कंसल्टेंसी चलाते हैं. उन्होंने पीडब्ल्यूडी विभाग में कुछ काम किया था. इसका उन्हें भुगतान नहीं किया जा रहा था, उल्टा अधिकारी उनसे रिश्वत की मांगकर रहे थे. इसकी शिकायत उन्होंने इंदौर लोकायुक्त ऑफिस में की थी. शिकायत की सच्चाई की जांच करने के बाद आज लोकायुक्त टीम ने पीडब्ल्यूडी पीआईयू के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर पीयूष अग्रवाल को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया. पीयूष अग्रवाल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है.



यह भी पढ़ें:
MP News: गुना में लगाई जाएगी भगवान राम की 108 फुट ऊंची प्रतिमा, मध्य प्रदेश में श्रीराम की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी


Panna के कलेक्टर पर हाईकोर्ट की गंभीर टिप्पणी, कहा- पॉलिटिकल एजेंट की तरह काम कर रहे, जानें क्या है पूरा मामला