इंदौर में पुलिसकर्मियों द्वारा कथित तौर पर बर्बरता दिखाते हुए एक व्यक्ति को निर्वस्त्र अवस्था में लात-घूंसों से पीटने और सड़क पर घसीटने के मामले को मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने गंभीरता से लिया है.
आयोग ने सोमवार को संज्ञान लेते हुए पुलिस के एक शीर्ष अफसर से जवाब तलब किया. आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार जैन ने इंदौर के पुलिस आयुक्त से इस घटना को लेकर 10 दिन के भीतर जवाब तलब किया है.
गौरतलब है कि शनिवार रात के वाकये का वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद एक सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) और दो पुलिस आरक्षकों को निलंबित कर दिया गया है.
वीडियो में ये पुलिसकर्मी हीरा नगर क्षेत्र में एक व्यक्ति को निर्वस्त्र अवस्था में लात-घूंसों से कथित तौर पर पीटते और सड़क पर घसीटते दिखाई दे रहे हैं. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश रघुवंशी ने बताया कि हीरा नगर पुलिस को शनिवार रात सूचना मिली थी कि दो लोग शराब के नशे में धुत होने के बाद सड़क पर कपड़े उतार कर हंगामा कर रहे हैं.
रघुवंशी ने कहा कि पुलिस दल जब मौके पर पहुंचा तो इनमें से एक व्यक्ति ने एक पुलिसकर्मी का डंडा पकड़ लिया और उसे अपशब्द भी कहे. उन्होंने कहा कि इस पर पुलिसकर्मियों ने आपा खो दिया.
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