(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MP News: मध्य प्रदेश में 70 फीसद से अधिक बच्चों में आयरन की कमी, नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे में हुआ खुलासा
MP Child Health News: नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 के अंतर्गत मध्य प्रदेश के अंदर पोषण को लेकर कई सारे सर्वे करवाए गये थे.
National Family Health Survey: हाल ही में नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 के अंतर्गत मध्य प्रदेश के अंदर पोषण को लेकर कई सारे सर्वे करवाए गये थे. जिसके परिणाम सकारात्मक प्राप्त नहीं हुए हैं. मध्य प्रदेश के अंदर 36% बच्चों में पोषण की कमी पाई गई है. अपनी उम्र के हिसाब से 36% बच्चे परिपक्व नहीं पाए गए हैं. मध्य प्रदेश के अंदर सर्वाधिक मात्रा में आयरन की कमी वाले बच्चे देखे जा रहे हैं.
सर्वे में ये बताया गया
6 महीने से अधिक उम्र के 73% ऐसे बच्चे बताए जा रहे हैं जिनमें आयरन की कमी है. जिसका मुख्य कारण अधिकांश बच्चों का संतुलित आहार ग्रहण नहीं कर पाना है. नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे पर यदि नजर डाली जाए तो मध्य प्रदेश के अंदर 90% बच्चे संतुलित आहार की खुराक के बराबर मात्रा में आहार प्राप्त नहीं कर पाते हैं. जिसके चलते इस प्रकार की समस्या उत्पन्न होती है. सर्वे में पोषण आहार से जुड़ी हुई और कई बातें निकल कर सामने आई है जिन पर संबंधित विभाग नजर बनाए हुए है. यह सभी जानकारियां नेशनल हेल्थ फैमिली सर्वे पांच के माध्यम से निकल कर बाहर आई है.
WHO के अनुसार मां का दूध नवजात बच्चे के लिए उपयुक्त भोजन
वहीं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डॉ पंकज शुक्ला ने बताया कि मां का दूध बच्चे के लिए अमृत होता है. डब्ल्यूएचओ (WHO) यानी वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार मां का दूध नवजात बच्चे के लिए उपयुक्त भोजन है. मां के पहले गाढ़े दूध को कोल ट्रम कहा जाता है. इसमें जीवन रक्षक एंटीबाडीज होती है जो बच्चों को गंभीर बीमारी से बचाने का काम करती है. ब्रेस्ट फीडिंग सिर्फ बच्चे के लिए ही नहीं मां के लिए भी फायदेमंद है. इससे कैंसर का खतरा 2 से 3 गुना तक कम हो जाता है.