MP: पतंग के मांझे से कटे दुर्लभ बर्न आउल के पैर, वन विभाग करवा रहा इलाज
Jabalpur: बर्न उल्लू काफी सुंदर दिखता है. उसका मुंह दिल के आकार का होता है, जबकि रंग मटमैला और हल्का भूरा होता है. शरीर पर हल्के काले छींटे होते हैं. इसकी लंबाई 39 सेमी तक होती है.
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Jabalpur News: पतंग का मांझा इंसान के साथ पशु-पक्षियों के लिए भी बेहद घातक होता जा रहा है. जबलपुर में एक दुर्लभ किस्म के बर्न उल्लू (Barn Owl) का घायल अवस्था में पीपल के पेड़ से रेस्क्यू किया गया. कहा जा रहा है कि पतंग के मांझे से उसके दोनों परों की स्किन कट गई थी. इस वजह से वह उड़ नहीं पा रहा था. वहीं पीपल के पेड़ में मांझा भी लिपटा था.
वन्य प्राणी विशेषज्ञ गजेन्द्र दुबे ने बताया कि जबलपुर के गढ़ा बाजार के पास पीपल के पेड़ के नीचे मंगलवार की सुबह एक घायल बर्न आउल यानी उल्लू तड़पता हुआ मिला. स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना उन्हें दी. उसके बाद वो मौके पर पहुंचे. गजेन्द्र दुबे ने सावधानी से उल्लू का रेस्क्यू कर उसे वन विभाग को सौंप दिया.
दिखने में बेहद आकर्षक लगता है बर्न आउल
वहीं एक स्थानीय निवासी विकास नामदेव ने बताया कि पीपल के पेड़ के नीचे एक अजीब सा पक्षी यहां-वहां भाग रहा था. जब लोग उसे पकड़ने की कोशिश कर रहे थे तो वो उन्हें काट रहा था. सूचना मिलते ही गजेन्द्र दुबे मौके पर पहुंचे और घायल उल्लू का रेस्क्यू किया. उन्होंने बताया कि यह बर्न आउल है. जिसे हवेली उल्लू भी कहा जाता है. यह दिखने में बेहद आकर्षक लगता है.
उल्लू के दोनों पैरों में चोट के निशान
वहीं वन्य प्राणी विशेषज्ञ गजेन्द्र दुबे के मुताबिक उल्लू के दोनों पैरों में चोट के निशान है. संभवतः पीपल के पेड़ में जब वो बैठा रहा होगा, उस समय इसके पैरों में पतंग का मांझा फंस गया होगा. जिसके कारण इसके दोनों पैर में कट लग गया है और ये उड़ नही पा रहा है. उन्होंने बताया कि वेटनरी कॉलेज में उल्लू इलाज किया जा रहा है. माना जाता है कि बर्न आउल भारत में अधिकांश तौर पर पठारी या हिमालयी क्षेत्र में मिलता है. कई बार दूसरे ये हिस्सों में भी देखा जाता है. इसे भारत में इंडियनबॉर्न उल्लू और सफेद उल्लू के नाम से भी जाना जाता है. ये कच्छ के रण या बीकानेर समेत अन्य हिस्सों में भी देखा जाता है.
रात में करता है शिकार
बर्न उल्लू काफी सुंदर दिखता है. उसका मुंह दिल के आकार का होता है, जबकि रंग मटमैला और हल्का भूरा होता है. शरीर पर हल्के काले छींटे होते हैं. यह रात में शिकार करता है और दिन में आराम करता है. इसकी लंबाई 39 सेमी तक होती है. वहीं उड़ान के वक्त यह 95 सेमी तक होता है.
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