MP News: जबलपुर (Jabalpur) में एक शुक्रवार को एक निजी अस्पताल के मालिक के डॉक्टर बेटे की लाश जबलपुर से 200 किमी दूर उमरिया जिले में मिलने से सनसनी फैल गयी. वो दो दिन पहले सुबह साढ़े पांच बजे अपनी कार से अपने घर से निकले थे और अपना मोबाइल घर ही छोड़ गए थे. पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच में जुट गई है. पुलिस के मुताबिक 2 दिन से गायब आशीष हॉस्पिटल के संचालक डॉ. एमपी गुप्ता के पुत्र डॉक्टर शिव कांत गुप्ता का शव शहडोल के पाली में रेलवे ट्रैक के पास बरामद हुआ. उनकी कार घटनास्थल से काफी दूर खड़ी मिली, जिससे मामला संदिग्ध लग रहा है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है और मृतक के परिजनों को इसकी सूचना दे दी गई है.


दो दिन से लापता थे शिवकांत गुप्ता


मदन महल पुलिस के अनुसार नेपियर टाउन निवासी आशीष हॉस्पिटल के संचालक डॉ. एमपी गुप्ता के पुत्र डॉक्टर शिव कांत गुप्ता (40)  2 दिन पहले सुबह 5:30 बजे अपनी कार से घर से निकले थे लेकिन इसके बाद उनका कहीं पता नहीं चला.अपने रिश्तेदार, परिचितों और दोस्तों से उसके बारे में जानकारी ली गई लेकिन कहीं भी शिवकांत का पता नहीं चला. इसके बाद मदन महल थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई. शहडोल पुलिस से सुबह मदन महल पुलिस को जानकारी दी कि जबलपुर से गायब डॉक्टर के बेटे की लाश नौरोजाबाद के आगे पाली ट्रैक पर पड़ी हुई है. साथ ही एक कार भी कुछ ही दूरी पर पाई गई है. शहडोल पुलिस से जानकारी लगने के बाद मदन महल पुलिस ने परिजनों को इसकी सूचना दी और मौके पर पहुंचकर शव की पहचान की गई.


जांच में जुटी पुलिस


मदन महल पुलिस के अनुसार शिव कांत गुप्ता जब गायब हुए थे तो वह अपना मोबाइल घर पर ही छोड़ गए थे. वे रोजाना की तरह सुबह अपनी गाड़ी से वॉक के लिए निकले थे लेकिन देर रात तक घर वापस नहीं आए. कैमरे में उनकी आखिरी लोकेशन सिहोरा रोड़ पर टोल के कैमरे में मिली थी. मृतक डॉक्टर शिव कांत अविवाहित थे और उनके परिवार में पिता के साथ तीन बड़ी बहन हैं. उनके सबसे बड़े बहनोई एमपी कैडर के सीनियर आईएएस अधिकारी अजीत केसरी हैं.


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