MP News: मध्य प्रदेश की राजनीति में खरगोन हिंसा पर राजनीतिक माहौल गरम है. दिग्विजय सिंह के बाद अब बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय की बारी है. कैलाश विजयवर्गीय ने एक वीडियो ट्वीट किया है. एक वीडियो को कैलाश विजयवर्गीय ने खरगोन का बताकर ट्वीट किया है. अब कांग्रेस को बीजेपी पर हमलावर होने का मौका मिल गया है.
कांग्रेस फर्जी वीडियो होने के कारण कैलाश विजयवर्गीय को घेर रही है. पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कैलाश विजयवर्गीय पर आरोप लगाया है कि वीडियो खरगोन का नहीं है. उन्होंने कहा कि कैलाश जी आपने जो वीडियो डाला है वह खरगोन का नहीं है. जिस भाषा का उपयोग आपने किया है, भड़काने वाली है. क्यों ना शिवराज जी व नरोत्तम जी जो कि आपके “खास” शुभचिंतक हैं, आपके खिलाफ मुकदमा दायर करें?
विजयवर्जीय पर फर्जी वीडियो ट्वीट करने का आरोप
कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि वीडियो पूरी तरह से गलत है. वीडियो की भाषा देख कर लग रहा है कि खरगोन का नहीं है. उन्होंने वीडियो की जांच कर फर्जी पाए जाने पर कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने गुरुवार दोपहर 1.17 बजे एक वीडियो ट्वीट किया. वीडियो ट्वीट करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने लिखा कि ये हैं खरगोन में चचाजान @digvijaya_28 के शांतिदूत …..पुलिस इन पर कार्यवाही न करे तो क्या करे?? आस्तीन के सांप कोई भी हों फन कुचलना जरूरी है.
हालांकि कैलाश विजयवर्गीय के वीडियो में पुलिस का काफिला गुजरते हुए दिखाई दे रहा है. वीडियो बनाते हुए धर्म विशेष का युवक कह रहा है कि हमारे एरिया में स्टार होटल के सामने. हम जरा कुछ करते हैं तो तहलका मच जाता है. इतना डर तुम लोगों के लिए काफी है. समझ गए न. मध्यप्रदेश में रामनवमी पर हुई हिंसा फिलहाल ठंडी हो चुकी है लेकिन राज्य की सियासत गरमाई हुई है. राज्य में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर दिग्विजय सिंह और शिवराज सरकार आमने-सामने है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ कथित विवादित ट्वीट पर अबतक 4 केस दर्ज दो चुके हैं और कांग्रेस नेता पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है.
सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वाला वीडियो- सलूजा
मामले में कांग्रेस ने ने दिग्विजय सिंह की तरह कैलाश विजयवर्गीय पर भी एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि वीडियो फर्जी है. उन्होंने वीडियो को सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वाला बताया है और मांग की है कि विजयवर्गीय के खिलाफ भी मामला दर्ज हो. लोग कमेंट में लिख भी रहे है की वीडियो पुराना और बाहर का है. वीडियो की जांच होनी चाहिए और अगर फर्जी है तो मुकदमा दर्ज होना चाहिए.
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