MP Politics: राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के समर्थन में उतरे कमलनाथ, बोले- 'EVM हटाकर मत पत्र से कराए जाएं चुनाव'
Kamal Nath On EVM: कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा भारतीय लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए और भारत के नागरिकों का मतदान 100% सुरक्षित करने के लिए वोटिंग की प्रणाली में बदलाव किया जाए.
Madhya Pradesh News: ईवीएम (EVM) में गड़बड़ी को लेकर मुहिम चला रहे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) के समर्थन में अब कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ (Kamal Nath) भी उतर आये हैं. कमलनाथ ने कहा कि 'भारतीय लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए और भारत के नागरिकों का मतदान 100% सुरक्षित करने के लिए वोटिंग की प्रणाली में बदलाव किया जाए. अब ईवीएम हटाकर मत पत्र से चुनाव कराए जाएं.'
दरअसल पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने बुधवार (24 जनवरी) को भोपाल स्थित आवास पर मीडिया की मौजूदगी में एक एक्सपर्ट की मदद से ईवीएम में गड़बड़ी का डेमो दिया. इसके बाद उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि '140 करोड़ आबादी वाले देश में जहां 90 करोड़ मतदाता हैं, तो क्या हम ऐसे लोगों के हाथ में यह सब तय करने का अधिकार दें? उन्होंने कहा कि पूरे इलेक्शन प्रोसेस का मालिक न मतदाता है, न अधिकारी और कर्मचारी है. इसका मालिक सॉफ्टवेयर बनाने और डालने वाला है.' पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि 'सवालों के जवाब चुनाव आयोग नहीं दे रहा है. हमसे कहते हैं कि सात सेकेंड के लिए वीवीपैट दिख जाता है, लेकिन जो दिखता है, वही छपता है, इसकी क्या गारंटी है?'
कमलनाथ ने क्या कहा?
इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी खुलकर दिग्विजय सिंह के समर्थन में आ गए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा कि 'भारतीय चुनाव प्रक्रिया में ईवीएम मशीन की विश्वसनीयता को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं. राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने तकनीकी विशेषज्ञों के साथ आज भोपाल में डमी ईवीएम मशीन में छेड़छाड़ का प्रदर्शन एक पत्रकार वार्ता के जरिए प्रस्तुत किया. वहां मौजूद पत्रकारों ने खुद डमी ईवीएम का बटन दबाया और यह पाया कि न सिर्फ वोट संख्या में बल्कि वीवीपेट से प्राप्त होने वाली पर्ची में भी बदलाव किया जा सकता है.'
भारतीय चुनाव प्रक्रिया में ईवीएम मशीन की विश्वसनीयता को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। राज्यसभा सांसद श्री दिग्विजय सिंह ने तकनीकी विशेषज्ञों के साथ आज भोपाल में डमी ईवीएम मशीन में छेड़छाड़ का प्रदर्शन एक पत्रकार वार्ता के जरिए प्रस्तुत किया। वहां मौजूद पत्रकारों ने स्वयं डमी…
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) January 24, 2024
'ईवीएम हटाकर मत पत्र से चुनाव कराए जाएं'
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आगे लिखा कि 'इसका सीधा अर्थ है कि जो वोट भारत का नागरिक डाल रहा है, उसमें छेड़छाड़ की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. इसलिए यह आवश्यक हो गया है कि भारतीय लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए और भारत के नागरिकों का मतदान 100% सुरक्षित करने के लिए वोटिंग की प्रणाली में बदलाव किया जाए. ईवीएम हटाकर मत पत्र से चुनाव कराए जाएं और अगर ईवीएम से ही चुनाव कराने हैं तो वोट की पर्ची मतदाता के हाथ में मिलनी चाहिए जिसे वह मत पेटी में डालें और इसी पर्ची को गिना जाए.'